स्वामी विवेकानन्द सार्ध शती समारोह
स्वामी विवेकानन्द जी का 150 वां जयन्ती वर्ष समारोह के उपलक्ष्य में कार्यक्रम
विश्व मंच पर शिकागो सम्मलेन में भारत की धर्म पताका फहराने वाले स्वामी विवेकानन्द जी के जन्म के 150 वें जयन्ती वर्ष समारोह शुभारम्भ 25 दिस. के उपलक्ष्य में इंद्रपुरी का लक्ष्मी नारायण मंदिर समय प्रात: 7.30 बजे संकल्प के रूप में मनाया जायेगा । इसी प्रकार से देश भर में कार्यक्रम रहेंगे तथा वर्ष भर कार्यक्रम चलते रहेंगे।
वर्तमान में जिस प्रकार देश की दुर्दशा की जा रही है, धर्म पर अधर्म का दुश्चक्र चल रहा है। धर्म की स्थापना के लिए वह (दिव्य) आयेगा अवश्य, किन्तु न वह राम के जैसे शास्त्र उठाएगा न कृष्ण बन कर सारथी बनेगा । उसने महाभारत में सारथी बन जो उपदेश दिया वह दोहराने भी न आयेगा, वह (दिव्य) पुंज हमें स्वामी विवेकानन्द के स्मरण, व श्री भगवत गीता के पठन से राह दिखायेगा । अब वह निमित्त बना कर कार्य करता है, कर्म योग के द्वारा हमें अर्जुन बनाएगा, वह (दिव्य) पुंज हमारे अपने भीतर प्रकाश मय रहे।
यह राष्ट्र जो कभी विश्वगुरु था, आज भी इसमें वह गुण, योग्यता व क्षमता विद्यमान है | आओ मिलकर इसे बनायें; - तिलक
इस देश को लुटने से बचाने तथा बिकाऊ मैकालेवादी, शर्मनिरपेक्ष मीडिया का एक मात्र सार्थक विकल्प युगदर्पण YDMS की विविधता, व्यापकता व लेखन का परिचय: युगदर्पण मीडिया समूह YDMS में राष्ट्रवाद के विविध विषय के 25 ब्लाग, 5 चेनल, orkut, FB, ट्वीटर etc सहित एक वेब भी है। अपनी पसंद का विषय 25 में से एक लेकर, मिलकर ही हम बिकाऊ मैकालेवादी, शर्मनिरपेक्ष मीडिया को परास्त कर सकते हैं। -तथा "राष्ट्र वादी मीडिया" उसका विकल्प बन सकता है।"वन्देमातरम" को अपना मंत्र बनायें।
कभी विश्व गुरु रहे भारत की, धर्म संस्कृति की पताका; विश्व के कल्याण हेतू पुनः नभ में फहराये | - तिलक
यह राष्ट्र जो कभी विश्वगुरु था, आज भी इसमें वह गुण, योग्यता व क्षमता विद्यमान है | आओ मिलकर इसे बनायें; - तिलक
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