एक मित्र ने कहा,
मैंने पूछा 'इसका तात्पर्य जानते हो', बोला 'नहीं, आप बताइए'।
एक अपनी व्यवस्था की सूचनाओं पर विश्वास करते हैं; दूसरे को विश्वास है कि व्यवस्था ठीक है बिजली जाने का कारण फ्युस है; तीसरे को व्यवस्था पर नहीं पडोसी व समाज पर विश्वास है। समस्या का समाधान वहीँ खोजा जाता है ।
यह राष्ट्र जो कभी विश्वगुरु था, आज भी इसमें वह गुण,योग्यता व क्षमता विद्यमान है।
आओ मिलकर इसे बनायें- तिलक
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