Desh Bhakti ke Geet Vedio

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यह राष्ट्र जो कभी विश्वगुरु था, आजभी इसमें वह गुण,योग्यता व क्षमता विद्यमान है। किन्तु प्रकृति के संसाधनों व उत्कृष्ट मानवीयशक्ति से युक्त इस राष्ट्रको काल का ग्रहण लग चुका है। जिस दिन यह ग्रहणमुक्त हो जायेगा, पुनः विश्वगुरु होगा। राष्ट्रोत्थानका यह मन्त्र पूर्ण हो। आइये, युगकी इस चुनोतीको भारतमाँ की संतान के नाते स्वीकार कर हम सभी इसमें अपना योगदान दें। निस्संकोच ब्लॉग पर टिप्पणी/अनुसरण/निशुल्क सदस्यता व yugdarpan पर इमेल/चैट करें,संपर्कसूत्र- तिलक संपादक युगदर्पण 09911111611, 9999777358.

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स्वपरिचय: जन्म से ही परिजनों से सीखा 'अथक संघर्ष' तीसरी पीडी भी उसी राह पर!

स्व आंकलन:

: : : सभी कानूनी विवादों के लिये क्षेत्राधिकार Delhi होगा। स्व आंकलन: हमारे पिटारे के अस्त्र -शस्त्र हमारे जो 5 समुदाय हैं, वे अपना परिचय स्वयं हैं (1) शर्मनिरपेक्षता का उपचार (2) देश का चौकीदार कहे- देश भक्तो, जागते रहो-संपादक युगदर्पण, (3) लेखक पत्रकार राष्ट्रीय मंच, (राष्ट्र व्यापी, राष्ट्र समर्पित)- संपादक युगदर्पण, (4) युग दर्पण मित्र मंडल, (5) Muslim Rashtriya Ekatmta Manch (MREM) आप किसी भी विषय पर लिखते, रूचि रखते हों, युग दर्पण का हर विषय पर विशेष ब्लाग है राष्ट्र दर्पण, समाज दर्पण, शिक्षा दर्पण, विश्व दर्पण, अंतरिक्ष दर्पण, युवा दर्पण,... महिला घर परिवार, पर्यावरण, पर्यटन धरोहर, ज्ञान विज्ञानं, धर्म संस्कृति, जीवन शैली, कार्य क्षेत्र, प्रतिभा प्रबंधन, साहित्य, अभिरुचि, स्वस्थ मनोरंजन, समाचार हो या परिचर्चा, समूह में सभी समाविष्ट हैं ! इतना ही नहीं आर्कुट व ट्विटर के अतिरिक्त, हमारे 4 चेनल भी हैं उनमें भी सभी विषय समाविष्ट हैं ! सभी विषयों पर सारगर्भित, सोम्य, सुघड़ व सुस्पष्ट जानकारी सुरुचिपूर्ण ढंगसे सुलभ करते हुए, समाज की चेतना, उर्जा, शक्तिओं व क्षमताओं का विकास करते हुए, राष्ट्र भक्ति व राष्ट्र शक्ति का निर्माण तभी होगा, जब भांड मीडिया का सार्थक विकल्प "युग दर्पण समूह" सशक्त होगा ! उपरोक्त को मानने वाला राष्ट्रभक्त ही इस मंच से जुड़ सकता है.: :

बिकाऊ मीडिया -व हमारा भविष्य

: : : क्या आप मानते हैं कि अपराध का महिमामंडन करते अश्लील, नकारात्मक 40 पृष्ठ के रद्दी समाचार; जिन्हे शीर्षक देख रद्दी में डाला जाता है। हमारी सोच, पठनीयता, चरित्र, चिंतन सहित भविष्य को नकारात्मकता देते हैं। फिर उसे केवल इसलिए लिया जाये, कि 40 पृष्ठ की रद्दी से क्रय मूल्य निकल आयेगा ? कभी इसका विचार किया है कि यह सब इस देश या हमारा अपना भविष्य रद्दी करता है? इसका एक ही विकल्प -सार्थक, सटीक, सुघड़, सुस्पष्ट व सकारात्मक राष्ट्रवादी मीडिया, YDMS, आइयें, इस के लिये संकल्प लें: शर्मनिरपेक्ष मैकालेवादी बिकाऊ मीडिया द्वारा समाज को भटकने से रोकें; जागते रहो, जगाते रहो।।: : नकारात्मक मीडिया के सकारात्मक विकल्प का सार्थक संकल्प - (विविध विषयों के 28 ब्लाग, 5 चेनल व अन्य सूत्र) की एक वैश्विक पहचान है। आप चाहें तो आप भी बन सकते हैं, इसके समर्थक, योगदानकर्ता, प्रचारक,Be a member -Supporter, contributor, promotional Team, युगदर्पण मीडिया समूह संपादक - तिलक.धन्यवाद YDMS. 9911111611: :

शनिवार, 7 जून 2014

पूर्वोत्तर का समावेशी विकास

पूर्वोत्तर का समावेशी विकास

पूर्वोत्तर के समावेशी विकास के लिए संचार मजबूती को प्राथमिकताः प्रकाश जावड़ेकर
सूचना और प्रसारण मंत्री श्री प्रकाश जावड़ेकर आज श्री एम.पी.बेजबरूआ के नेतृत्व में आए शिष्टमंडल से मिले और पूर्वोत्तर क्षेत्र की समस्याओं पर व्यापक विचार-विमर्श किया। श्री जावड़ेकर ने कहा कि पूर्वोत्तर क्षेत्र दक्षिण पूर्व एशिया के लिए भारत का मुख्य द्वार होना चाहिए। उन्होंने भारतीय टीवी तथा रेडियो चैनलों की सुदृढ़ता पर बल देते हुए कहा कि संचार के इन माध्यमों को पूर्वोत्तर के राज्यों में सदभाव बढ़ना चाहिए और हमारी समृद्ध संस्कृति को भारत की सीमाओं से बाहर ले जाना चाहिए। 
विचार-विमर्श में पूर्वोत्तर क्षेत्र को फिल्म शूटिंग के लिए प्रोत्साहित करने तथा विभिन्न फिल्मोत्सवों में पूर्वोत्तर की फिल्मों को दिखाने का सुझाव दिया गया। पूर्वोत्तर क्षेत्र के लोगों की प्रखरता की सराहना करते हुए सूचना एवं प्रसारण मंत्री ने कहा कि सूचना और मनोरंजन के क्षेत्र में पूर्वोत्तर क्षेत्र के लोगों की और अधिक भागीदारी होनी चाहिए। 
पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी के पूर्वोत्तर क्षेत्र को हवाई सेवा से जोड़ने के प्रयास का स्मरण कराते हुए श्री जावड़ेकर ने कहा कि दूरसंचार डिजीटल, रेडियो तथा टीवी संपर्क के माध्यम पूर्वोत्तर को देश के शेष भागों से जोड़ने की योजना बनायी जानी चाहिए। 
इससे पूर्व शिष्टमंडल को सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के आईईसी पहल के बारे में जानकारी दी गई। शिष्टमंडल ने मत्रालय के प्रयासों की सराहना की और क्षेत्र के लोगों के प्रति संवेदी बनाने की आवश्यकता पर बल दिया। 
श्री वेंकैया नायडू ने लोकसभा अध्‍यक्ष के नि‍र्वि‍रोध चुनाव के लि‍ए सभी पार्टि‍यों का आभार व्‍यक्‍त कि‍या 
संसदीय मामलों के मंत्री श्री वेंकैया नायडू ने लोकसभा अध्‍यक्ष का सर्वसम्‍मति‍ से चयन करने के लि‍ए सभी दलों का आभार व्‍यक्‍त कि‍या। उन्‍होंने कहा कि‍ लोक सभा की नई अध्‍यक्ष श्रीमती सुमि‍त्रा महाजन एक योग्य सांसद हैं, और उन्‍हें पूरा वि‍श्‍वास है कि‍ उनकी अध्‍यक्षता में संसद की कार्यवाही सुचारू रूप से चलेगी और जनता की आशाएं पूरी करेगी। लोकसभा में कि‍सी भी मुद्दे पर चर्चा करने के लि‍ए तैयार सरकार की ओर से 
श्री वेंकैया नायडू ने संसद के सभी सदस्‍यों से सहयोग मांगा। 
आज संसद में बोलते हुए श्री वेंकैया नायडू ने कहा कि‍ एक ही दि‍न में 510 सांसदों को शपथ दि‍लाकर लोकसभा ने एक कीर्तिमान स्थापित कि‍या है। 
मोदी का एजेंडा है विकास अर्थात न्यूनतम मंत्रिमंडल से अधिकतम परिणाम का संकल्प।
 मीडिया विकल्प बने; पत्रकारिता में आधुनिक विचार, लघु आकार -सम्पूर्ण समाचार -युद।
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सरकारी कार्यालयों का समय

प्रात: 9 से 7 बजे तक होंगे, केंद्र के सरकारी कार्यालयों का समय!
-मोदी की सरकार में केंद्रीय कर्मचारियों, प्रात: 9 से सायं 7 बजे तक काम करना पड़ पड़ेगा। शनिवार की छुट्टी भी समाप्त  हो जाएगी, साथ ही काम के घंटे भी बढ़ सकते हैं।
केंद्र सरकार ने काम की गति बढ़ाने और समय पर पूरा करने के उद्देश्य से मंत्रालयों और विभागों में वर्तमान कार्यप्रणाली को पूरी तरह बदलने की पहल की है। सूत्रों के अनुसार, कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग को इसके लिए मंत्रिमंडल आसंधि 'नोड' तैयार करने को कहा गया है और संसद सत्र के तुरंत बाद इसे मं मं की स्वीकृति मिल सकती है। इस बारे में मंगलवार को नरेंद्र मोदी सभी सचिवों से विचार करने वाले थे, किन्तु गोपीनाथ मुंडे के निघन के कारण बैठक नहीं हो सकी।
इन प्रस्तावों पर विचार
> रविवार को छुट्टी हो और शनिवार को सभी मंत्रालय और विभाग खुले रहें।
> कार्यालय का कामकाज प्रात: 8 बजे से सायं 4 बजे तक हो।
> कार्यालय 8 से 6 हो और 'लंच' दो घंटे का हो, जिसमें कर्मियों को आराम मिले।
> कार्यालय का कामकाज प्रात: 9 बजे से लेकर सायं 7 बजे तक चलता रहे।
> जब तक आदेश नहीं होता, तब तक सभी सचिवों को मौखिक निर्देश से शनिवार को कार्यालय आना होगा। 
मोदी का एजेंडा है विकास अर्थात न्यूनतम मंत्रिमंडल से अधिकतम परिणाम का संकल्प।
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स्वास्थ्य मंत्री का जीवन सुरक्षा अभियान

Wednesday, June 4, 2014

सुरक्षा पेटी 'सीट बैल्‍ट' का उपयोग श्री गोपीनाथ मुंडे के प्राण बचा सकता था
स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन
केन्‍द्रीय स्‍वास्‍थ्‍य एवं परिवार कल्‍याण मंत्री डॉ. हर्षवर्धन के अनुसार कर में सुरक्षा पेटी का उपयोग श्री गोपीनाथ मुंडे के प्राण बचा सकता था। डॉ. हर्षवर्धन ने दिवंगत ग्रामीण विकास मंत्री की अंत्‍येष्टि में सम्मिलित होने के लिए बीड, महाराष्‍ट्र प्रस्थान करने से पूर्व कहा ‘अधिकांश लोग मानते हैं कि कार में पिछली सीट पर लगाई गयी पेटी, केवल सजावट के उद्देश्‍य से लगाई जाती है। मैंने मात्र इस एक भ्रांन्ति के चलते अपना मित्र खो दिया है। वास्‍तव में अगली सीटों की पेटी की भांति पिछली सीट पर पेटी लगाना भी अनिवार्य होता है। किसी अप्रिय स्थिति में यह जीवन बचाने का कारण हो सकती है।’
      मंगलवार को श्री गोपीनाथ मुंडे का निधन एक दुर्घटना के कारण हो गया था। लाल बत्‍ती को पार कर एक कार ने श्री मुंडे की कार को टक्‍कर मार दी थी। इस दुर्घटना से उनकी कार को तो अधिक क्षति नहीं पहुंची, किन्तु कार को लगे तेज धक्‍के के कारण श्री मुंडे की गर्दन के जोड़ और उनकी रीढ़ की हड्डी को गंभीर चोट पहुंची, जिसके कारण मस्तिष्‍क को रक्त की आपूर्ति बाधित हुई और तत्‍काल उनकी हृदय गति और सांस रुक गयी। इसके अतिरिक्त उनका यकृत (जिगर) भी फट गया था और इसमें से रक्त बह रहा था। देश ने एक महत्‍वपूर्ण जननेता और समर्थ मंत्री खो दिया है। 

अगस्‍त, 1997 में ऐसी ही एक दुर्घटना में ब्रिटेन की प्रिंसेस डायना के प्राण चले गए। उनकी द्रुतगति कार पेरिस में एक भूमिगत सुरंग में खम्‍भे से टकरा गई थी। 2007 में ऐसी ही एक दुर्घटना में, दिल्‍ली के पूर्व मुख्‍यमंत्री साहिब सिंह वर्मा की कार की ट्रक से हुई टक्‍कर के कारण निधन हो गया था। आज मैं उन अनेक लोगों के दु:ख को अनुभव कर पा रहा हूं जो सुरक्षा पेटी की आवश्‍यकता को अस्वीकरण से कार दुर्घटना में अपने प्रिय जनों को खो देते हैं। 

स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रालय का अभियान
      डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि स्‍वास्‍थ्‍य और परिवार कल्‍याण मंत्रालय गाड़ी चलाते समय सुरक्षा नियमों की अनदेखी करने वाले लोगों को, जागृत करने की पहल करेगा।
      स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री ने कहा कि सुरक्षा के बारे में स्‍वयं सेवी संगठनों के सहयोग से मल्‍टी मीडिया अभियान चलाने पर विचार किया जा रहा है। डॉ. हर्षवर्धन ने कहा ‘’ मुख्‍य ध्‍यान प्रत्‍यक्ष रूप से दुर्घटना के शिकार अथवा उन बच्‍चों पर दिया जायेगा, जिन्‍हें अभिभावक पिछली सीट पर बैठाते है अथवा जिनकी पर्याप्‍त देखभाल नहीं की जाती। बच्‍चे गलत लोगों का अनुकरण भी कर सकते हैं।
      स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री ने कहा कि गलत ढ़ग से अथवा अंधाधुंध गाड़ी चलाने वाले लोगों का अनुकरण करने की बजाय बच्‍चों को सही ढ़ग से जीवन जीना सिखाना चाहिए। स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री ने कहा कि यह चिंता की बात है कि विश्व के अन्‍य देशों की तुलना में भारत में युवा वर्ग आजकल सुरक्षा पेटी और सुरक्षा टोपी (मोटरबाइक चलाते समय) लगाने में रूचि नहीं लेते। अनुसंधान से पता चला है कि विशेषकर महिला चालकों और मोटरसाइकिल चालकों, विशेषकर से पिछली सीट पर बैठी महिलाओं में यह रूझान बहुत अधिक देखा गया है। 
      डॉ. हर्षवर्धन ने कहा, ‘’ मैं कार और बाइक चालकों को सुरक्षा के बारे में जागरूक करने के लिए देशभर में पैट्रोल डीलर एसोसियशन का सहयोग चाहता हूं। डॉ. हर्षवर्धन ने जनता से अपील करते हुए कहा, ‘’ आइये गोपीनाथ मुंडे की त्रासदी को क्रांतिकारी परिवर्तन के रूप में लें।‘’
      उन्‍होंने कहा, ‘’मंत्री जी की त्रासदी और असमय मृ‍त्‍यु को सभी वाहन चालकों को चेतावनी के रूप में लेना चाहिए। 
एक जीवन बचाना, एक जीवन बनाने के समान है और समाज में 
संभावित परिवर्तन लाने वाला ही भविष्‍य को सुरक्षित कर सकता है।‘’
नकारात्मक मीडिया के सकारात्मक व्यापक विकल्प का सार्थक संकल्प 
-युगदर्पण मीडिया समूह YDMS- तिलक संपादक 9911111611, 7531949051
एजेंडा विकास अर्थात न्यूनतम मंत्रिमंडल से अधिकतम परिणाम का संकल्प।
मीडिया विकल्प बने; पत्रकारिता में आधुनिक विचार, लघु आकार -सम्पूर्ण समाचार।
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अलगाव का कारण धारा 370

अलगाव का कारण धारा 370 

Friday, June 6, 2014


विगत 67 वर्षों से विभिन्नता या अनेकता में एकता के प्रपंचीय नारे पढाये जा रहे हैं, किन्तु एक देश में 2 संविधान 2 निशान (झंडे) 2 विधान चलाये जा रहे हैं। अलगाव का कारण, प्रतीक और संरक्षक धारा 370, को ढोने को बाध्यता बनाया जाता रहा है। अब इस अनावश्यक बोझ से मुक्ति का समय आ गया है।
धारा 370 के कारण ही पाकिस्तानियो को भी भारतीय नागरीकता मिल जाती है। 
अतिमहत्वपूर्ण: संविधान के मूल ढाँचे से धारा 370 का कोई लेना देना नहीं है, संविधान संशोधन निर्धारित किया जा सकता है, अथवा राज्य की परिषद को पुनर्गठित करके। वर्त्तमान मोदी सरकार सक्षम है इसे हटाने में, किन्तु उससे पूर्व चर्चा करके कश्मीरियों को यह बताना/पूछना आवश्यक है है कि इस धारा से उन्हें कितना लाभ हुआ और कितना हानी। बताइये इस आग्रह को स्वीकार करने से हिचकने वालो को क्या कहेंगे ?
जम्मू के राजाओं की सूचि से स्पष्ट है कि अब्दुल्ला परिवार का स्वामित्व नहीं है, चुना प्रतिनिधि स्वामी नहीं, मात्र अभिरक्षक होता है। उसे ऐसा कोई अधिकार नहीं होता कि चाहे किसी को राज्य सौंप सके। अपने अधिकार क्षेत्र से बाहर इस प्रकार की निर्थक बकवास का कोई महत्त्व नहीं होता। 
कश्मीर अब्दुल्ला परिवार के बाप की जागीर नहीं, इस पर निर्णय का कोई उनको अधिकार नहीं। 
धारा 370 हटायें, 125 करोड़ के दिलों को मिलाएं, अब्दुल्ला परिवार जहाँ जाना चाहें जाएँ। भारत को विश्व गुरु बनायें। 
उमर अब्दुल्ला के धारा 370 पर किए ट्विट पर संघ के अखिल भारतीय सह सम्पर्क प्रमुख राम माधव जी ने कहा कि उमर जम्मू कश्मीर को अपनी पैतृक सम्पत्ति न समझे ! 
कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है।
चाहे धारा 370 रहे या न रहे ?
क्या है? धारा 370: (ये चित्र फेस बुक मित्रों से प्राप्त। )
1. जम्मू-कश्मीर के नागरिकों के पास दोहरी नागरिकता होती है।
2. जम्मू-कश्मीर का राष्ट्रध्वज अलग होता है।
3. जम्मू - कश्मीर की विधानसभा का कार्यकाल 6 वर्षों का होता है, जबकी भारत के अन्य राज्यों की विधानसभाओं का कार्यकाल 5 वर्ष का होता है।
4. जम्मू-कश्मीर के अन्दर भारत के राष्ट्रध्वज या राष्ट्रीय प्रतीकों का अपमान अपराध नहीं होता है।
5. भारत के उच्चतम न्यायलय के आदेश जम्मू - कश्मीर के अन्दर मान्य नहीं होते हैं।
6. भारत की संसद को जम्मू - कश्मीर के सम्बन्ध में अत्यंत सीमित क्षेत्र में कानून बना सकती है।
7. जम्मू कश्मीर की कोई महिला यदि भारत के किसी अन्य राज्य के व्यक्ति से विवाह कर ले, तो उस महिला की नागरिकता समाप्त हो जायेगी । इसके विपरीत यदि वह पकिस्तान के किसी व्यक्ति से विवाह कर ले, तो उसे भी जम्मू - कश्मीर की नागरिकता मिल जायेगी।
8. धारा 370 के कारण कश्मीर में सूचना का अधिकार RTI लागू नहीं है, नियंत्रक महालेखाकार CAG लागू नहीं होता । ...। भारत का कोई भी कानून लागू नहीं होता ।
9. कश्मीर में महिलावो पर शरियत कानून लागू है।
10. कश्मीर में पंचायत के अधिकार नहीं ।
हमारा रक्त चूसते पिस्सू ये तीन, संग आतंकी घुसपैठिये राष्ट्रद्रोही 370 की बजाते बीन। 
मोदी का एजेंडा है विकास अर्थात न्यूनतम मंत्रिमंडल से अधिकतम परिणाम का संकल्प।
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Vandemataram, मेरी इस मित्र मंडळी मे आपका हार्दिक स्वागत है। इस देश को लुटने से बचाने तथा बिकाऊ मैकालेवादी, शर्मनिरपेक्ष मीडिया का एक मात्र सार्थक, व्यापक, विकल्प युगदर्पण 13 वर्ष से सतत संघर्षरत। YDMS की विविधता, व्यापकता व लेखन का परिचय: युगदर्पण मीडिया समूह YDMS में राष्ट्रवाद के विविध विषय के 25 ब्लाग, 5 चेनल, orkut, FB, ट्वीटर etc सहित एक वेब भी है।
आइयें, हम सब मिलकर बिकाऊ मैकालेवादी, शर्मनिरपेक्ष मीडिया को परास्त कर सकते हैं। -तथा "राष्ट्र वादी मीडिया" उसका विकल्प बन सकता है।"वन्देमातरम" को अपना मंत्र बनायें।
अँधेरे के साम्राज्य से बाहर का एक मार्ग…remain connected to -युगदर्पण मीडिया समूह YDMS. तिलक रेलन 9911111611, Media For Nation First & last. राष्ट्र प्रथम से अंतिम, आधारित मीडिया YDMS
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मोदी के कार्य व दिशा निर्देश


मोदी के कार्य व दिशा निर्देश

एक और विश्व कीर्तिमान -

विश्व के पहले प्रधानमंत्री जिन्होंने पहले दिन ही इतने काम किये है |
काले धन के विरुद्ध SIT बैठा दी |
कश्मीर को विशेष राज्य श्रेणी का अंत एवं धारा 370 की समाप्ति की घोषणा पर काम शुरू |
बनारस में अमूल का प्लांट का काम शुरू|
बनारस के घाटो के लिए 20 करोड़ की घोषणा |
70000 करोड़ की लागत द्वारा अहमदाबाद से मुंबई, जापान जैसी बुलेट ट्रेन द्रुतगति का प्रस्ताव पास, इंजिनियर तकनीक सीखने के लिए फ़्रांस प्रस्थान |
20000 करोड़ की लागत द्वारा गंगा मैया के पावन जल को स्वच्छ कराने की घोषणा |
शराब के सरकारी ठेके की बीच की दूरी कम से कम 40 किलोमीटर होगी |
और कुछ रह गये हो तो आप बता दो.… 
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सांसदों के लिए नए दिशा-निर्देश जारी किए हैं। मोदी चाहते हैं कि पार्टी के सभी सांसद नियमित रूप से संसद पहुंचे, उनकी भाषा सभ्य हो और अनावश्यक रूप से पैर छूने की परंपरा पर रोक लगे। जनीतिक परिवारों द्वारा संचालित कुछ क्षेत्रीय दलों के मामले में भी पैर छूने और चापलूसी की परंपरा रही है। इसके विपरीत मोदी ने अपने सांसदों से कहा कि वे लोकतंत्र के मंदिर में अपने कौशल को बढ़ाकर जानकारी के साथ आयें और अच्छे सांसद बनें।
कृपया मेरे या भाजपा के वरिष्ठ नेताओं के चरण स्पर्श ना करें, अभिवादन करते समय -मोदी के दिशा निर्देश 

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लोकसभा की अध्‍यक्ष सुमित्रा महाजन

लोकसभा की अध्‍यक्ष सुमित्रा महाजन

प्रधानमंत्री ने श्रीमती सुमित्रा महाजन के सर्वसम्मिति से लोकसभा अध्‍यक्ष चुने जाने का स्वागत किया 
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने सदन की उच्‍च परंपरा के अनुसार सर्वसम्मिति से श्रीमती सुमित्रा महाजन के 16वीं लोकसभा की अध्‍यक्ष चुने जाने का स्‍वागत किया है। उन्‍हें बधाई देते हुए प्रधानमंत्री ने एक महिला द्वारा विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र में इस उच्‍च स्‍थान पाने का स्‍वागत किया। उन्‍होंने कहा कि इंदौर नगर निगम की सदस्‍य से लेकर आठ बार संसद सदस्‍य के रूप में सार्वजनिक जीवन के लम्बे अनुभव से युक्त श्रीमती सुमित्रा महाजन के मार्ग-दर्शन से देश के लोगों की सेवा करने में सदन को लाभ मिलेगा। 
प्रधानमंत्री ने कहा कि 16वीं लोकसभा में प्राय: 315, पहली बार सांसद चुनकर आए हैं, जो पहली लोकसभा के समान है । उन्‍होंने कहा कि सदन के पास कई पुरानी परंपराओं को छोड़कर नई परंपराएं अपनाने का अवसर है। उन्‍होंने कहा कि भारतीय संसद प्रजातंत्र का एक मंदिर है और इसके माध्यम नई ऊर्जा के साथ भारत को विश्‍व में एक शक्तिशाली प्रजातंत्र के रूप में प्रदर्शित किया जा सकता है। 
उन्‍होंने कहा कि अध्‍यक्ष का नाम ही सभी को उनका मित्र होने का आभास कराता है। हमारे प्राचीन ग्रंथों में भी कहा गया है कि ‘’महाजनिये येन गत: पंथया’’ जिसका अर्थ है कि जिस पथ पर महाजन चलते हैं, उस पर चलना लाभकारी होता है। 
उन्‍होंने सदन की ओर से अध्‍यक्ष को आश्‍वासन दिया कि सदन की कार्रवाईयों को सफलता पूर्वक चलाने में श्रीमती महाजन को सभी सदस्‍यों से पूरा समर्थन मिलेगा। 
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मंगलवार, 3 जून 2014

शोक समाचार

शोक समाचार 
एक कार दुर्घटना में संभवत: हृदयाघात के कारण केन्द्रीय ग्रा विकास व पंचायती राज मंत्री श्री गोपीनाथ पांडुरंग मुंडे (64 वर्ष) का निधन उनके परिवार ही नहीं, अपितु पूरे राष्ट्र के लिए दुखद  सन्देश लाया है। परमात्मा उनकी आत्मा को शांति प्रदान व उनके शोक संतप्त परिवार को यह दुःख व अपूर्णीय क्षति सहन करने की क्षमता प्रदान करें। 

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मंत्री गोपीनाथ मुंडे का आज प्रात: दिल्ली में एक सड़क दुर्घटना में निधन हो गया।  मुंडे का पार्थिव शरीर मुंबई ले जाया गया है। यहां से उनका पार्थिव शरीर उनके वर्ली स्थित पैतृक घर पर लाया गया। उनके घर पर राज ठाकरे, उद्धव ठाकरे, हेमा मालिनी, छगन भुजवल सहित कई लोग उपस्थित थे। मुंडे का अंतिम संस्कार कल महाराष्ट्र में उनके पैतृक गांव वर्ली में किया जाएगा। 
एक सप्ताह पूर्व ही शपथ ग्रहण कर कार्य भार सँभालने वाले भाजपा के मराठी नेता से ग्रामीणों सहित देश को बहुत आशाएं थीं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुंडे के निधन पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा है कि वह अपने मित्र मुंडे के निधन से अत्यंत दुखी और स्तब्ध हैं। वे ही नहीं पूरा देश स्तब्ध है।
ग्रामीण विकास मंत्री की गाडी के दुर्घटनाग्रस्त होने की सूचना मिलने के बाद सबसे पहले एम्स पहुंचे स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्द्धन ने बताया कि मुंडे को पुनर्जीवित करने का डॉक्टरों ने हरसंभव प्रयास किया। मुंडे के सम्मान में दिल्ली, राज्य की राजधानियों और केंद्र शासित प्रदेशों में आज राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका दिया गया।
देश की मिटटी की सुगंध, भारतचौपाल | -तिलक संपादक
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