Desh Bhakti ke Geet Vedio

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यह राष्ट्र जो कभी विश्वगुरु था, आजभी इसमें वह गुण,योग्यता व क्षमता विद्यमान है। किन्तु प्रकृति के संसाधनों व उत्कृष्ट मानवीयशक्ति से युक्त इस राष्ट्रको काल का ग्रहण लग चुका है। जिस दिन यह ग्रहणमुक्त हो जायेगा, पुनः विश्वगुरु होगा। राष्ट्रोत्थानका यह मन्त्र पूर्ण हो। आइये, युगकी इस चुनोतीको भारतमाँ की संतान के नाते स्वीकार कर हम सभी इसमें अपना योगदान दें। निस्संकोच ब्लॉग पर टिप्पणी/अनुसरण/निशुल्क सदस्यता व yugdarpan पर इमेल/चैट करें,संपर्कसूत्र- तिलक संपादक युगदर्पण 09911111611, 9999777358.

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स्वपरिचय: जन्म से ही परिजनों से सीखा 'अथक संघर्ष' तीसरी पीडी भी उसी राह पर!

स्व आंकलन:

: : : सभी कानूनी विवादों के लिये क्षेत्राधिकार Delhi होगा। स्व आंकलन: हमारे पिटारे के अस्त्र -शस्त्र हमारे जो 5 समुदाय हैं, वे अपना परिचय स्वयं हैं (1) शर्मनिरपेक्षता का उपचार (2) देश का चौकीदार कहे- देश भक्तो, जागते रहो-संपादक युगदर्पण, (3) लेखक पत्रकार राष्ट्रीय मंच, (राष्ट्र व्यापी, राष्ट्र समर्पित)- संपादक युगदर्पण, (4) युग दर्पण मित्र मंडल, (5) Muslim Rashtriya Ekatmta Manch (MREM) आप किसी भी विषय पर लिखते, रूचि रखते हों, युग दर्पण का हर विषय पर विशेष ब्लाग है राष्ट्र दर्पण, समाज दर्पण, शिक्षा दर्पण, विश्व दर्पण, अंतरिक्ष दर्पण, युवा दर्पण,... महिला घर परिवार, पर्यावरण, पर्यटन धरोहर, ज्ञान विज्ञानं, धर्म संस्कृति, जीवन शैली, कार्य क्षेत्र, प्रतिभा प्रबंधन, साहित्य, अभिरुचि, स्वस्थ मनोरंजन, समाचार हो या परिचर्चा, समूह में सभी समाविष्ट हैं ! इतना ही नहीं आर्कुट व ट्विटर के अतिरिक्त, हमारे 4 चेनल भी हैं उनमें भी सभी विषय समाविष्ट हैं ! सभी विषयों पर सारगर्भित, सोम्य, सुघड़ व सुस्पष्ट जानकारी सुरुचिपूर्ण ढंगसे सुलभ करते हुए, समाज की चेतना, उर्जा, शक्तिओं व क्षमताओं का विकास करते हुए, राष्ट्र भक्ति व राष्ट्र शक्ति का निर्माण तभी होगा, जब भांड मीडिया का सार्थक विकल्प "युग दर्पण समूह" सशक्त होगा ! उपरोक्त को मानने वाला राष्ट्रभक्त ही इस मंच से जुड़ सकता है.: :

बिकाऊ मीडिया -व हमारा भविष्य

: : : क्या आप मानते हैं कि अपराध का महिमामंडन करते अश्लील, नकारात्मक 40 पृष्ठ के रद्दी समाचार; जिन्हे शीर्षक देख रद्दी में डाला जाता है। हमारी सोच, पठनीयता, चरित्र, चिंतन सहित भविष्य को नकारात्मकता देते हैं। फिर उसे केवल इसलिए लिया जाये, कि 40 पृष्ठ की रद्दी से क्रय मूल्य निकल आयेगा ? कभी इसका विचार किया है कि यह सब इस देश या हमारा अपना भविष्य रद्दी करता है? इसका एक ही विकल्प -सार्थक, सटीक, सुघड़, सुस्पष्ट व सकारात्मक राष्ट्रवादी मीडिया, YDMS, आइयें, इस के लिये संकल्प लें: शर्मनिरपेक्ष मैकालेवादी बिकाऊ मीडिया द्वारा समाज को भटकने से रोकें; जागते रहो, जगाते रहो।।: : नकारात्मक मीडिया के सकारात्मक विकल्प का सार्थक संकल्प - (विविध विषयों के 28 ब्लाग, 5 चेनल व अन्य सूत्र) की एक वैश्विक पहचान है। आप चाहें तो आप भी बन सकते हैं, इसके समर्थक, योगदानकर्ता, प्रचारक,Be a member -Supporter, contributor, promotional Team, युगदर्पण मीडिया समूह संपादक - तिलक.धन्यवाद YDMS. 9911111611: :

बुधवार, 1 अक्टूबर 2014

अनुकरणीय ? असहाय /मज़बूर या सशक्त /मजबूत

अनुकरणीय ? असहाय /मज़बूर या सशक्त /मजबूत 
वन्देमातरम, मित्रों, आज 2 अक्टूबर लाल बहादुदुर शास्त्री जी का जन्म दिवस है, भारत माता के जिस लाल ने पाकिस्तान को खदेड़ा था अमरीका के आगे झुकने से मना किया और जय जवान जय किसान का नारा देकर भारत को अंत निर्भर बनाने की दिशा में कदम उठाया था। किन्तु गाँधी को महात्मा और राष्ट्र पिता बनाने वालों ने शास्त्री जी को पार्श्व में डाल दिया, अब समय है राष्ट्रपुत्रों को आगे लाने तथा छद्म को मिटाने का। ऐसे ही एक और राष्ट्र पुत्र हैं वर्तमान प्र मं नरेन्द्र मोदी। हम सब जानते हैं असहाय होने /मज़बूरी का नाम महात्मा गाँधी है तो सशक्त होने /मजबूती का नाम नरेन्द्र मोदी है। 
उत्तिष्ठत अर्जुन, उत्तिष्ठत जाग्रत !!  
जब नकारात्मक बिकाऊ मीडिया जनता को भ्रमित करे, 
तब पायें - नकारात्मक मीडिया के सकारात्मक व्यापक विकल्प का सार्थक संकल्प- युगदर्पण मीडिया समूह 
हिंदी साप्ताहिक राष्ट्रीय समाचार पत्र, 2001 से 
पंजी सं RNI DelHin11786/2001(सोशल मीडिया में 
विविध विषयों के 30 ब्लाग, 5 नेट चेनल  अन्य सूत्र) की 
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योग्यता व क्षमता विद्यमान है | आओ मिलकर इसे बनायें; - तिलक

गुरुवार, 25 सितंबर 2014

'मेक इन इंडिया' योजना

'मेक इन इंडिया' योजना
नई दिल्ली (युदस) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को केंद्र की महत्वाकांक्षी योजना 'मेक इन इंडिया' अभियान  
का शुभारम्भ कर इस को पंडित दीन दयाल उपाध्याय को समर्पित किया। इस अवसर पर एक वेबपोर्टल 'मेकइनइंडियाडॉटकॉम' भी आरम्भ करते उन्होंने कहा कि यह एक सोच मात्र नहीं है बल्कि इस सोच पर खरा उतरना हम सब का दायित्व भी है। उन्होंने कहा कि मेक इन इंडिया एक शेर द्वारा उठाया गया पग है। इस पोर्टल पर निवेशकों की सहायता के लिए कई प्रश्नों के उत्तर उपलब्ध कराए जाएंगे। साथ ही यहां उपस्थित सभी प्रतिनिधियों को नवरात्र की भी बधाई दी।
इस अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि देश के लिए एफडीआइ का अर्थ 'फ‌र्स्ट डेवलप इंडिया' है। अपने भाषण में उन्होंने जहां भारत की जनशक्ति का उल्लेख किया, वहीं डिजिटल इंडिया, ई-क्षेत्र और इससे जुड़े समस्त क्षेत्रों के साथ 'लिंक वेस्ट' का एक नया नारा भी दिया। मोदी ने कहा कि इस के तहत सरकार देश में निकले कचरे के माध्यम देश का विकास करेगी। इसको पीपीपी प्रारूप के तहत किया जाएगा। उन्होंने उद्योगपतियों को इस परियोजना के लिए आगे आने को कहा। अपने भाषण में उन्होंने मंगलयान की सफलता के लिए भारत के इंजीनियरों की पीठ भी थपथपाई।
modi-tokyoप्रधानमंत्री ने पर्यटन और हॉस्पिटल उद्योग के लिए भी संभावनाएं खोजने के लिए उद्योगपतियों को आगे आने का न्यौता दिया। उन्होंने कहा कि सरकार का पूरा प्रयास है, कि देश में वर्तमान नियमों को न्यूनतम कर उद्योगों को सशक्त किया जाए। पीएम मोदी ने कहा कि आज विश्व के देशों को यह बताने की आवश्यकता नहीं है कि उनके लिए बाजार कहां उपलब्ध है। भारत एक ऐसा देश है जहां विश्व के उद्योगपतियों को हर प्रकार की सुविधा उपलब्ध है।हमें विदेश पलायन की स्थिति को बदलना है. इस सोच और विचार को पूरे विश्व में फैलाना है।
अपने भाषण के आरम्भ में मोदी ने बैठक में उद्योगपतियों को स्थान नहीं मिलने पर क्षमा मांगी। विज्ञान भवन में आयोजित इस कार्यक्रम में उन्होंने विदेश पलायन को रोकने पर बल दिया। साथ ही कहा कि उद्योगपतियों को सरकार पर विश्वास करना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि देश की जनता हाथों की शक्ति को बढ़ाना हम सभी का दायित्व है।
मोदी ने देश के विकास के लिए राज्यों से केंद्र के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलने का भी आहवान किया। उन्होंने कहा कि यदि राज्यों का विकास होगा या वहां उद्योग लगेंगे, तो यह देश का ही विकास है। मोदी ने कहा कि राज्यों के रास्ते ही देश का विकास संभव है। मंच से उन्होंने अपनी सरकार और अपनी प्रशासनिक व्यवस्था की भी प्रशंसा की।
उन्होंने कहा कि उनके साथ काम करने वाले वाले सभी अधिकारी उनसे अधिक सकारात्मक सोच वाले हैं जो एक कदम आगे बढ़कर काम करते हैं। उन्होंने देश और विदेश के उद्योगपतियों से भारत के विकास में सहयोग करने की अपील की। किसी भी उद्योग के लिए सबसे बड़ी बाधा होती है नीति और नियमन के नाम पर अड़ंगेबाजी। सरकार ने इसके लिए 'इन्वेस्ट इंडिया' नाम का प्रकोष्ठ बनाया है, जो इस मामले में विदेशी निवेशकों का मार्गदर्शन करेगा। 
कार्यक्रम का आरम्भ करते हुए वाणिज्य मंत्री निर्मला सीतारमण ने इस अभियान और केंद्र सरकार के दृष्टिकोण को वहां उपस्थित उद्योगपतियों के समक्ष प्रस्तुत30 देशों की 3000 कंपनियों को भारत में उत्पादन के लिए आमंत्रित किया। उन्होंने कहा कि मेक इन इंडिया अभियान के तहत लालफीताशाही से छुटकारा पाना सरकार का लक्ष्य है। इस कार्यक्रम में उपस्थित देश के प्रमुख उद्योगपति मुकेश अंबानी और कुमार मंगलम बिड़ला ने केंद्र के इस अभियान की जमकर प्रशंसा की है। इन दोनों उद्योगपतियों का मानना है कि इस अभियान से देश में विकास की गति तीव्र होगी। अंबानी ने कहा कि उनकी कंपनी अगले डेढ़ वर्ष में सवा लाख रोजगार उपलब्ध कराएगी। उन्होंने कहा कि मोदी का प्र मं बनना देश का सौभाग्य है, वो सपने देखते हैं और उसे पूरा करते हैं. और दूसरों को भी ऐसा करने के लिए प्रेरित करते हैं। इस कार्यक्रम में प्राय: तीस देशों के उद्योगपति भाग ले रहे हैं।
मेक इन इंडिया अभियान के तहत केंद्र सरकार ने देश में विनिर्माण केंद्र बनाने के लिए 25 क्षेत्रों की पहचान की है। सरकार ने ऐसे प्रमुख उद्योग क्षेत्र ऑटोमोबाइल, रसायन, सूचना तकनीक, दवा, कपड़ा, बंदरगाह, उड्डयन, चमड़ा, पर्यटन-हॉस्पिटैलिटी और रेलवे जैसे क्षेत्र चुने हैं, जिनमें भारत भविष्य में विनिर्माण केंद्र के क्षेत्र से विश्व भर में 
अग्रणी देश बन सकता है। 
हम जो भी कार्य करते हैं, परिवार/काम धंधे के लिए करते हैं |
देश की बिगड चुकी दशा व दिशा की ओर कोई नहीं देखता |
आओ मिलकर कार्य संस्कृति की दिशा व दशा श्रेष्ठ बनायें-तिलक
यह राष्ट्र जो कभी विश्वगुरु था, आज भी इसमें वह गुण,
योग्यता व क्षमता विद्यमान है | आओ मिलकर इसे बनायें; - तिलक

मंगलवार, 2 सितंबर 2014

सुधरेंगे नहीं, हम?

सुधरेंगे नहीं, ?औकात भूल गए क्या? मार्च में इन्ही हरकतों ने डुबोया था, तुम्हें और तुम्हारे आकाओं को मई में 



#आजतक चैनल के #थर्ड डिग्री #कार्यक्रम में मार्च में बाबा राम देव ने कहा
 कभी राहुल गांधी को भी बुलाकर इस कार्यक्रम में घेरिये। तो इस पर पुण्य प्रसून का उत्तर """
आप भी कभी मोदी जी से, इस कार्यक्रम में आने के लिए कहिये।""राहुल गांधी के नाम पर मिर्ची लग जाती है इनको। इन हरामखोरो को याद नहीं रहा लगता हैमोदी इनके चेनल पर सीधी बात मे चुके है और ये क्या चाहते है?मोदी इस दलाल चेनल पर बार 2 आये, तो इसके इनकी घटती टीआरपी फिर बढ़े ये अपने सगे वाले कोंग्रेसियो के दलाल चेनल, अपने आकाओं को बुलाकर टेड़ा प्रश्न पूछ, आकाओं को नंगा करने का साहस नहीं होता। तभी तो बुला कर हल्का प्रश्न पूछतेहै। आज तक न्यूज़ चैनल सबसे बड़ा कोंग्रेसी, औरआप पार्टी का दलाल। इनका काम हिन्दू धर्म हिन्दू संगठनो पर ऊँगली उठाना और साथ में दिन रात मोदी, भाजपा के बारे में झूठे समाचार दिखा कर लोगो को भ्रमित करना। 
नकारात्मक मीडिया का सकारात्मक विकल्प युगदर्पण| -YDMS मार्च 2014 
और अब भी -जिस परिवार की सरकार ने 6 दशक 21900 दिन सत्ता में रह कर, केवल देश को लूटा, वादे पूरे हैं किये, मात्र 100 दिन में बिलखने लगे ? साथ में उनके टुकड़खोर, जिन्हे पहले मलाई की खुरचन मिल जाती थी, हाय अब क्या करेंगे ? रोना बिलखना इस बात का है। 
उत्तिष्ठत अर्जुन, उत्तिष्ठत जाग्रत !! 
जब नकारात्मक बिकाऊ मीडिया जनता को भ्रमित करे, 
तब पायें - नकारात्मक मीडिया के सकारात्मक व्यापक विकल्प का सार्थक संकल्प- युगदर्पण मीडिया समूह YDMS. 
हिंदी साप्ताहिक राष्ट्रीय समाचार पत्र, 2001 से पंजी सं RNI DelHin11786/2001(सोशल मीडिया में विविध विषयों के 30 ब्लाग, 5 चेनल व अन्य सूत्र) की 60 से अधिक देशों में एक वैश्विक पहचान है। 
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जो शर्मनिरपेक्ष, अपने दोहरे चरित्र व कृत्य से- देश धर्म संस्कृति के शत्रु;
राष्ट्रद्रोह व अपराध का संवर्धन, पोषण करते। उनसे ये देश बचाना होगा। तिलक
इतिहास को सही दृष्टी से परखें। राष्ट्र का गौरव जगाएं, भूलें सुधारें। आइये,
आप ओर हम मिलकर इस दिशा में आगे बढेंगे, देश बड़ेगा । तिलक YDMS
यह राष्ट्र जो कभी विश्वगुरु था, आज भी इसमें वह गुण,
योग्यता व क्षमता विद्यमान है | आओ मिलकर इसे बनायें; - तिलक

शुक्रवार, 29 अगस्त 2014

संघ सृष्टि :- आइये, जाने।

संघ का उद्देश्य, आवश्यकता, कार्य एवं स्वरूप 
 -रा स्व सं RSS का विराट स्वरूप 
रा स्व सं के पूरे विश्व में 70 लाख स्वयंसेवक, प्रत्यक्ष जुड़े हैं तथा संघ परिवार (अनुषांगिक संगठन) के 17 करोड़ कार्यकर्त्ता इसे विश्व परिवार में एक वैश्विक स्वरूप प्रदान करते हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार, संघ के 98789 स्वयंसेवक मुसलमान  तथा 7689 ईसाई हैं। एक 'मुस्लिम राष्ट्रीय मंच' नमक संस्था राष्ट्रीय सोच के मुसलमानों में राष्ट्र व उनके हित में कार्य करती है। 
अपने इस विराट स्वरूप के साथ, समाज में कभी भी किसी आपदा के समय, आपात सहायता के लिए बनी सरकारी व्यवस्था ()से पूर्व संघ के स्वयं सेवक बड़ी संख्या में पहुंच कर अपना दायित्व निभाते मिलेंगे। सन 1962 में चीनी आक्रमण (तथा बाद में 65 व 71 युद्ध) में सेना की सामग्री आपूर्ति से लेकर शहरों की यातायात व्यवस्था तक इन कथित अर्ध सैनिक अनुशासित देश भक्तों ने की, जिसके कारण संघ का कट्टर विरोधी नेहरू भी 1963 की गणतंत्रता दिवस परेड में आमंत्रित कर, इन्हे सम्मानित करता है। जबकि इसी संघ पर गांधी हत्या का राजनैतिक व झूठा आरोप था। यह एक सर्वविदित तथ्य है। 
एक प्रश्न 125 करोड़ से -

चाहे बाड़ हो या सूखा, तूफान हो या भूचाल 
अथवा 1947 में पाकिस्तान में हुए हिंन्दू नरसंहार का बवाल। 
हम सुरक्षित रह सके, यह इन्ही का था कमाल, 
फिर भी हैं क्यों? ये आरोप के कटघरे में बस यही है मलाल।।
राहत और पुर्नवास संघ कि पुरानी परंपरा रही है। संघ ने 1971 के उड़ीसा चक्रवात और 1977 के आंध्र प्रदेश  चक्रवात में राहत कार्यों में महती भूमिका प्रत्यक्ष निभाई है। समय समय पर प्राकृतिक आपदाओं से घिरे समाज में सहायता के लिए बनी, सरकारी धन पर पली, सभी सरकारी तथा अर्ध सरकारी हो या गैर सरकारी संस्थाएं कैसे कार्य करती हैं यह किसी से छुपा नहीं है। राष्ट्रीय अस्तित्व और स्वाभिमान के प्रश्न पर तो सैन्य बलों के अतिरिक किसी अन्य से अपेक्षा ही नहीं की जा सकती।  तो ऐसे समय में सदा निस्संकोच त्वरित सहायता उपलब्ध होती रही है, इन्ही स्वयंसेवकों के सेवा भाव से।  सजग राष्ट्र प्रहरी का वास्तविक रूप यदि कोई है तो बस यही है! ..यही है!! ..यही है!!! ..
किन्तु तुष्टीकरण नीति के चलते, जिन्होंने शिवजी, प्रताप, लक्ष्मीबाई या सिख गुरु सहित आजाद, भगत सिंह, सुखदेब, राजगुरु, सावरकर के बलिदान नेताजी के स्थान पर, आडम्बरधारी राजनीति को पूजा है, आत्मघाती उन जैसा विश्व में नहीं दूजा है।  ऐसी व्यवस्था में संघ अपमानित तिरस्कृत या प्रताड़ित हुआ, तो कोई आश्चर्य नहीं: ऐसे समाज की रक्षा का किसी अन्य में है सामर्थ्य नहीं। 
स्पष्टतया, संघ राष्ट्ररक्षा व जागरण का संकल्प है। 
जब नकारात्मक बिकाऊ मीडिया जनता को भ्रमित करे, 
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যুগ দর্পণ, યુગ દર્પણ ਯੁਗ ਦਰ੍ਪਣ, யுகதர்பண യുഗദര്പണ యుగదర్పణ ಯುಗದರ್ಪಣ, يگدرپ, युग दर्पण:, yugdarpan
राष्ट्ररक्षायाम उत्तिष्ठत जाग्रत, परित्राणाय साधुनाम विनाशाय

च: दुष्कृताम, अभ्युत्थानमधर्मस्य तदात्मानम सृज्याहम !! -तिलक
यह राष्ट्र जो कभी विश्वगुरु था, आज भी इसमें वह गुण,
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रविवार, 24 अगस्त 2014

जयोऽस्तु ते

 (मूल गीत, वीर सावरकर -मराठी)
जयोऽस्तु ते! जयोऽस्तु ते!
श्री महन्मंगले शिवास्पदे शुभदे
स्वतंत्रते भगवती त्वामहम् यशोयुतां वंदे!
राष्ट्राचें चैतन्य मूर्त तूं नीती संपदांची
स्वतन्त्रते भगवती श्रीमती राज्ञी तूं त्यांची
परवशतेच्या नभांत तूंचि आकाशीं होशी
स्वतन्त्रते भगवती चांदणी चमचम-लखलखशी
गालावरच्या कुसुमीं किंवा कुसुमांच्या गालीं
स्वतन्त्रते भगवती तूंच जी विलसतसे लाली
तुं सूर्याचें तेज उदधिचें गांभीर्यहिं तूंचि
स्वतन्त्रते भगवती अन्यथा ग्रहणनष्टतेची
मोक्ष-मुक्ति हीं तुझींच रूपें तुलाच वेदांतीं
स्वतन्त्रते भगवती योगिजन परब्रह्म वदती
जें जें उत्तम उदात्त उन्नत महन्मधुर तें तें
स्वतन्त्रते भगवती सर्व तव सहकारी होती
हे अधमरक्तरञ्जिते सुजनपूजिते श्री स्वतन्त्रते
तुजसाठि मरण तें जनन
तुजवीण जनन तें मरण
तुज सकल-चराचर-शरण चराचर-शरण
-विनायक दामोदर सावरकर
जयोऽस्तु कि 
जयोऽस्तु यह! जयोऽस्तु यह! 
श्री महामंगले शिवपदे शुभदा
भगवती त्वमहं  yasoyutam वंदे स्वतंत्रता! 
Rastracem ऊर्जा रणनीति sampadanci मूर्त प्रतीक 
श्रीमती भगवती सिर्फ अपनी स्वतंत्र रजनी 
Nabhanta tunci akasim Hoshi का विषय 
भगवती तारा चमकना स्वतंत्र रूप से lakhalakhasi 
Kusumim या galim की kusumam की Galavari 
स्वतंत्र भगवती Tunca vilasatase फ्लश 
तुम suryacem प्रकाश udadhicem gambhiryahim tunci 
स्वतंत्र भगवती अन्य grahananastateci 
मोक्ष मुक्ति tujhinca rupem पुस्तकालय vedantim दिया 
स्वतंत्र भगवती yogijana parabrahm vadati 
जीन जीन सर्वश्रेष्ठ शानदार उन्नत mahanmadhura से मिलकर से मिलकर 
भगवती जमीन भाई अकेले सभी था 
इस adhamaraktaranjite sujanapujite श्री स्वतंत्र 
प्रसव से मिलकर Tujasathi मौत 
मौत से मिलकर Tujavina पीढ़ी 
ताली शुद्ध सृजन सृजन आत्मसमर्पण आत्मसमर्पण 
विनायक दामोदर सावरकर 
jayosstu ते 
jayostu ते! jayo और स्टू ते! 
श्री mahanmangale SivAspade SuBade 
svatantrate BagavatI tvAmaham yaSoyutAn वंदे! 
gAlAvaracyA Kusumi kinvA kusumAncyA गली 
svatantrate BagavatI tUca जी लाली vilasatase 
तू sUryAce तेजा udadhIce gAnBIryahI tUcI 
svatantrate BagavatI anyathA grahaNa naShTa tecI 
वंदे tvAmaham yaSoyutAn वंदे! 
मोक्ष-मुक्ति hI tuJIca RUPE tUlAca वेदांती 
svatantrate BagavatI yogijana parabrahma vadatI 
जेई जेई उत्तम udAtta unnata mahanmadhura ते ते 
svatantrate BagavatI सर्व tava sahacArI होते 
वंदे tvAmaham yaSoyutAn वंदे! 
-विनायक दामोदर सावरकर 
भारत माँ के रक्षक -5 सपूत 
jayosstu te
jayostu te! jayo&stu te!
SrI mahanmangale SivAspade SuBade
svatantrate BagavatI tvAmaham yaSoyutAn vande!
gAlAvaracyA kusumI kinvA kusumAncyA gAlI
svatantrate BagavatI tUca jI vilasatase lAlI
tU sUryAce teja udadhIce gAnBIryahI tUcI
svatantrate BagavatI anyathA grahaNa naShTa tecI
vande tvAmaham yaSoyutAn vande!
mokSha-muktI hI tuJIca rUpe tUlAca vedAntI
svatantrate BagavatI yogijana parabrahma vadatI
je je uttama udAtta unnata mahanmadhura te te
svatantrate BagavatI sarva tava sahacArI hote
vande tvAmaham yaSoyutAn vande!
-vinAyaka dAmodara sAvarakara
यह राष्ट्र जो कभी विश्वगुरु था, आज भी इसमें वह गुण, योग्यता व क्षमता विद्यमान है | आओ मिलकर इसे बनायें; - तिलक

बुधवार, 20 अगस्त 2014

आत्मविश्लेषण -भाईचारे के कैंसर का !

आत्मविश्लेषण -भाईचारे के कैंसर का ! 
वन्देमातरम,
उत्तिष्ठत पार्थ, उत्तिष्ठत जाग्रत; जागृति ही संस्कृति का बोध है।
इराक में सुन्नी आतंकी जिस प्रकार शियाओं का रक्तपात कर रहे हैं, उससे ये बातें स्पष्ट हैं कि
* जो मुस्लिम हो कर मुसलमानों का क्रूरता पूर्वक रक्तपात, महिला व अबोध बालकों के प्रति जघन्यतम अमानवीयता का व्यवहार कर रहे हैं, उ प्र सरकार व तथाकथित मानवतावादी पाखंडी इनके अपराधों को भाईचारे के नामसे कितना छुपा ले, सत्य मुजफ्फरनगर मुरादाबाद या बरेली का, ये छछूंदर लगाके भाईचारे का तेल चमेली का, छुपा नहीं सकते।
हिन्दू और शिया मुसलमान दोनों सहित सम्पूर्ण मानवता पर संकट है सुन्नी, ये जान ले हर मुन्ना मुन्नी। 
* जिनके अमानवीय आतंकी स्वरूप को जगत ये सारा जानता है, भारत भी इसे पहचानता है। ऑस्ट्रेलिया इन्हें इस रूपमे अस्वीकार कर चूका है। अमेरिका इतने विशाल देश में इन्हे एक कोना तक देने को तैयार नहीं, ऐसे शैतान का समर्थन, पालन व संरक्षण कैसा मानवतावाद है ? पाखंड है, राष्ट्रद्रोह है।
* सुन्नी आतंकीयों की अमानवीयता की दुर्गन्ध छिपाते, जो लगाके भाईचारे का तेल चमेली का, स्वयं को मानवतावादी कहने का छल करते है। सुन्नी आतंकीयों की अमानवीयता जानते हुए अनजान बनते हैं? एक ओर निरपराध हिन्दुओं के रक्तपात के उनके अपराधों के लिए हिन्दुओं को ही अपराधी का कलंक लगाकर दण्डित करना, दोहरा अत्याचार का अपराध करना है। ये पाखंडी स्वयं उनके अपराध के सहभागी बनते हैं।
* ऐसे मानवतावादी दो प्रकार के हैं: एक जो वामपंथी या मैकालेवादी, राष्ट्र के शत्रु हैं दूसरे काले अंग्रेज व शर्मनिरपेक्ष हिन्दू जो इनके 6 -7 दशकों के बनाये वातावरण (शिक्षा प्रचार व्यवस्था पर नियंत्रण द्वारा) से भ्रमित, गीता का उपदेश भूल चुके, इनका पक्ष लेते हैं।
* अंत में इनके समर्थक बताएं, मानवतावाद के नाम पर ऐसे अमानवीय शैतान का समर्थन, कर क्या आप मानवता की सेवा कर रहे हैं या विनाश ? कैंसर ग्रस्त अंश का उपचार रोकना या टालना पूरे शरीर को कैंसरमुक्त करना है या कैंसरयुक्त ? निर्णय आपका है परिणाम पूरे देश को भुगतना है।
इसका आत्मविश्लेषण करें, कहीं आपकी सोच, अनचाहे अनजाने में राष्ट्रघाती न बन जाये।
आओ भारत को सशक्त बनायें! अधिक से अधिक शेयर कर 125 करोड़ तक पहुंचाएं!!
उत्तिष्ठत अर्जुन, उत्तिष्ठत जाग्रत !! 
जब नकारात्मक बिकाऊ मीडिया जनता को भ्रमित करे, 
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हिंदी साप्ताहिक राष्ट्रीय समाचार पत्र, 2001 से पंजी सं RNI DelHin11786/2001(सोशल मीडिया में विविध विषयों के 30 ब्लाग, 5 चेनल व अन्य सूत्र) की 60 से अधिक देशों में एक वैश्विक पहचान है। 9911111611, 7531949051 
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যুগ দর্পণ, યુગ દર્પણ ਯੁਗ ਦਰ੍ਪਣ, யுகதர்பண യുഗദര്പണ యుగదర్పణ ಯುಗದರ್ಪಣ, يگدرپ, युग दर्पण:, yugdarpan
राष्ट्ररक्षायाम उत्तिष्ठत जाग्रत, परित्राणाय साधुनाम विनाशाय
च: दुष्कृताम, अभ्युत्थानमधर्मस्य तदात्मानम सृज्याहम !! -तिलक
"अंधेरों के जंगल में, दिया मैंने जलाया है |
इक दिया, तुम भी जलादो; अँधेरे मिट ही जायेंगे ||"- तिलक
यह राष्ट्र जो कभी विश्वगुरु था, आज भी इसमें वह गुण,
योग्यता व क्षमता विद्यमान है | आओ मिलकर इसे बनायें; - तिलक

मंगलवार, 19 अगस्त 2014

यह शिक्षा धर्मनिरपेक्ष है या शर्मनिरपेक्ष ?

यह शिक्षा धर्मनिरपेक्ष है या शर्मनिरपेक्ष ?
मुस्लिम व ईसाई धार्मिक शिक्षा दे सकते हैं किन्तु हिन्दू नहीं ?
संविधान की शर्मनिरपेक्ष धारा 30 एवं धारा 30 अ के अनुसार हिन्दू अपने विद्यालयों में भले 100% छात्र हिन्दू हो, धार्मिक अथवा नैतिक शिक्षा नहीं दे सकता। रामायण, महाभारत, उपनिषद यहाँ तक गीता भी नहीं पढ़ा सकते, किन्तु अल्पसंख्यक मदरसे और स्कूल (कान्वेंट) अपनी मजहबी शिक्षा दे सकते हैं, भले उसमे 99% हिन्दू हों अथवा 100% सरकारी सहायता, वेतन, संरक्षण प्राप्त हो किन्तु सरकारी हस्तक्षेप से पूर्णत: मुक्त होंगे। भले जिहाद की शिक्षा एवं आतंकवाद या अलगाववाद का राष्ट्रद्रोही अड्डा बन जाये ? 
यह धर्मनिरपेक्षता है या शर्मनिरपेक्षता? 
जागो और जगाओ! जड़ों से जुड़ें, विश्व कल्याणार्थ भारत को विश्व गुरु बनाऐं !!! 
आओ, इस देश की अस्मिता को भी बचाने का संकल्प लें ! मात्र सैन्य बल से ही नहीं, उनके प्रशिक्षण केंद्र बंद भी करें !!
आओ भारत को सशक्त बनायें! अधिक से अधिक शेयर कर 125 करोड़ तक पहुंचाएं!!
उत्तिष्ठत अर्जुन, उत्तिष्ठत जाग्रत !! 
जब नकारात्मक बिकाऊ मीडिया जनता को भ्रमित करे, 
तब पायें - नकारात्मक मीडिया के सकारात्मक व्यापक विकल्प का सार्थक संकल्प- युगदर्पण मीडिया समूह YDMS. 
हिंदी साप्ताहिक राष्ट्रीय समाचार पत्र, 2001 से पंजी सं RNI DelHin11786/2001(सोशल मीडिया में विविध विषयों के 30 ब्लाग, 5 चेनल व अन्य सूत्र) की 60 से अधिक देशों में एक वैश्विक पहचान है। 9911111611, 7531949051 
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যুগ দর্পণ, યુગ દર્પણ ਯੁਗ ਦਰ੍ਪਣ, யுகதர்பண യുഗദര്പണ యుగదర్పణ ಯುಗದರ್ಪಣ, يگدرپ, युग दर्पण:, yugdarpan
हमें, यह मैकाले की नहीं, विश्वगुरु की शिक्षा चाहिए।
आओ, जड़ों से जुड़ें, मिलकर भविष्य उज्जवल बनायें।। - तिलक
यह राष्ट्र जो कभी विश्वगुरु था, आज भी इसमें वह गुण,
योग्यता व क्षमता विद्यमान है | आओ मिलकर इसे बनायें; - तिलक