तिरंगा यात्रा से कश्मीर चलने का आह्वानविदिशा। भाजयुमो ने बुधवार को शहर में तिरंगा यात्रा निकालकर युवाओं से कश्मीर चलकर तिरंगा फहराने का आव्हान किया। रामलीला चौराहे से प्रारंभ इस जिला स्तरीय तिरंगा यात्रा मे सबसे आगे तिरंगा रथ पर स्वामी विवेकानंद का चित्र था और तिरंगा लहरा रहा था। उसके पीछे भाजयुमो कार्यकर्ता दोपहिया वाहनों पर कश्मीर से संबंधित नारे लगाते हुए चल रहे थे।तिरंगा यात्रा तोपपुरा, बजरिया, लोहा बाजार, बड़ा बाजार, तिलक चौक होती हुई माधवगंज चौक में समाप्त हुई। पूर्व विधायक गुरूचरण सिंह ने कहा कि भाजयुमो द्वारा राष्ट्रीय एकता और अखंडता की रक्षा करने तथा कश्मीर के अलगाववादियों को सबक सिखाने के उद्देश्य से 26 जनवरी को श्रीनगर के लाल चौक पर तिरंगा फहराया जाए इसके लिए देशभर में राष्ट्रीय एकता यात्रा निकाली जा रही है। उन्होंने युवाओं से इस यात्रा को सफल बनाने का आव्हान किया। सभा को मोर्चा ललित शर्मा के अलावा भगवानदास अहिरवार, रोहित भावसार, राजेंद्र जैन ने भी संबोधित किया। संचालन मोर्चा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य प्रियंक कानूनगो ने किया।
।।यह राष्ट्र जो कभी विश्वगुरु था, आजभी इसमें वह गुण,योग्यता व क्षमता विद्यमान है।। आओ मिलकर इसे बनायें- तिलक
भाजपा की तिरंगा यात्रा पर आतंकी भूत !
नई दिल्ली। कोलकता से शुरू हुई भाजपा की तिरंगा यात्रा सोमवार यानी 24 जनवरी को पठानकोट पहुंच गयी और 25 जनवरी को जम्मू पहुंच जायेगी। हो सकता है कि तिरंगा फहराने पर अड़ी हुई भाजपा को रोकने में पूरी तरह से नाकाम हो चुकी सरकार खुफिया एजेसिंयो से आतंकी हमले की बात कहवा कर इस हथकंडे से भाजपा के मंसूबों पर रोक लगाना चाह रही हो। आपको बता दें कि इस समय कश्मीर पूरी तरह से छावनी म बदल चुका है। चप्पे-चप्पे पर आपको सुरक्षाकर्मी दिखायी पड़ेगें। राज्य में प्रवेश के सारे रास्ते सिल कर दिये गये हैं, साथ ही रेल यात्रियों की गहन छानबीन की जा रही है, इतना ही नहीं दूसरे राज्यों से आने वाली ट्रेनों के रास्ते भी बदले जा रहे हैं।
लाल चौक पर एसपीजी का कड़ा पहराश्रीनगर। भाजपा की तिरंगा यात्रा के कारण बुधवार को अरूण जेटली, सुषमा स्वराज, अनंत कुमार अनुराग ठाकुर सहित कई भाजपा नेताओं को बंदी बना लिया गया था। भाजपा कार्याकर्ताओं मे इस बात पर रोष और तनाव को देखते हुए राज्य के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने देर रात भाजपा नेताओं को रिहा करने के आदेश दे भाजपा नेताओं अरुण जेटली समेत बीजेपी के प्रतिनिधिमंडल को जम्मू या श्रीनगर में मुख्य गणतंत्र दिवस समारोह में शामिल होने के लिए आमंत्रित करने का नाटक किया।
कोलकाता से 13 जनवरी को शुरू हुई भाजपा की यह यात्रा श्रीनगर के लाल चौक पर राष्ट्रीय ध्वज फहराकर संपन्न होनी थी। कठुआ के लखनपुर क्षेत्र में गिरफ्तार किए गए ये नेता गणतंत्र दिवस के अवसर पर श्रीनगर के लाल चौक में झंडा फ हराने के लिए सैकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ पठानकोट से रावी नदी का पुल पार कर जम्मू के लखनपुर क्षेत्र में घुसे थे। इन्हें श्रीनगर जाने से रोकने के लिए प्रशासन ने राज्य में धारा 144 लागू की हुई थी।
संभावित तनाव को दखते हुए राज्य सरकार ने लाल चौक पर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है। लाल चौक के बाहरी क्षेत्र में राज्य पुलिस के जवानों ने कड़ा पहरा देना शुरू कर दिया है। जबकि लाल चौक के बीचों बीच स्पेशल प्राटैक्शन ग्रुप की व्यवस्था है जिससे परिंदा भी पर न मार सके। जब तिरंगा जलाया जाता है, आतंकियों को रोकने के लिए ऐसी व्यवस्था कभी नहीं की जाती।
उमर अब्दुल्ला ने बीजेपी नेता को राज्य में होने वाले जम्मू या श्रीनगर में होने वाले गणतंत्र दिवस समारोह में से किसी में भी शामिल होने का न्योता दिया। इससे पहले जम्मू-कश्मीर पुलिस ने मंगलवार को भाजपा की राष्ट्रीय एकता यात्रा कठुआ में रोक दी थी और भाजपा के शीर्ष नेताओं को 500 कार्यकर्ताओं के साथ जम्मू में घुसने के प्रयास में बंदी बना लिया था। उधर अभी भी धारा 144 का उल्लंघन करने के आरोप में लखनपुर पर रोके गए भाजपा के सैकड़ों कार्यकर्ताओं को हिरासयत में लिया गया है।
बंदी नेताओं में संसद के दोनों सदनों में नेता प्रतिपक्ष सुषमा स्वराज, अरुण जेटली, भाजपा के उपाध्यक्ष शांता कुमार, महासचिव अनंत कुमार, भाजपा युवा मोर्चा के प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान और भाजपा युवा मोर्चा के अध्यक्ष अनुराग ठाकुर भी शामिल थे। इन नेताओं को उसी ऐतिहासिक स्थान से बंदी बनाया गया जहां से 1953 में श्यामा प्रसाद मुखर्जी को बंदी बनाया गया था। ।।यह राष्ट्र जो कभी विश्वगुरु था, आजभी इसमें वह गुण,योग्यता व क्षमता विद्यमान है।। आओ मिलकर इसे बनायें- तिलक