Desh Bhakti ke Geet Vedio

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यह राष्ट्र जो कभी विश्वगुरु था, आजभी इसमें वह गुण,योग्यता व क्षमता विद्यमान है। किन्तु प्रकृति के संसाधनों व उत्कृष्ट मानवीयशक्ति से युक्त इस राष्ट्रको काल का ग्रहण लग चुका है। जिस दिन यह ग्रहणमुक्त हो जायेगा, पुनः विश्वगुरु होगा। राष्ट्रोत्थानका यह मन्त्र पूर्ण हो। आइये, युगकी इस चुनोतीको भारतमाँ की संतान के नाते स्वीकार कर हम सभी इसमें अपना योगदान दें। निस्संकोच ब्लॉग पर टिप्पणी/अनुसरण/निशुल्क सदस्यता व yugdarpan पर इमेल/चैट करें,संपर्कसूत्र- तिलक संपादक युगदर्पण 09911111611, 9999777358.

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स्वपरिचय: जन्म से ही परिजनों से सीखा 'अथक संघर्ष' तीसरी पीडी भी उसी राह पर!

स्व आंकलन:

: : : सभी कानूनी विवादों के लिये क्षेत्राधिकार Delhi होगा। स्व आंकलन: हमारे पिटारे के अस्त्र -शस्त्र हमारे जो 5 समुदाय हैं, वे अपना परिचय स्वयं हैं (1) शर्मनिरपेक्षता का उपचार (2) देश का चौकीदार कहे- देश भक्तो, जागते रहो-संपादक युगदर्पण, (3) लेखक पत्रकार राष्ट्रीय मंच, (राष्ट्र व्यापी, राष्ट्र समर्पित)- संपादक युगदर्पण, (4) युग दर्पण मित्र मंडल, (5) Muslim Rashtriya Ekatmta Manch (MREM) आप किसी भी विषय पर लिखते, रूचि रखते हों, युग दर्पण का हर विषय पर विशेष ब्लाग है राष्ट्र दर्पण, समाज दर्पण, शिक्षा दर्पण, विश्व दर्पण, अंतरिक्ष दर्पण, युवा दर्पण,... महिला घर परिवार, पर्यावरण, पर्यटन धरोहर, ज्ञान विज्ञानं, धर्म संस्कृति, जीवन शैली, कार्य क्षेत्र, प्रतिभा प्रबंधन, साहित्य, अभिरुचि, स्वस्थ मनोरंजन, समाचार हो या परिचर्चा, समूह में सभी समाविष्ट हैं ! इतना ही नहीं आर्कुट व ट्विटर के अतिरिक्त, हमारे 4 चेनल भी हैं उनमें भी सभी विषय समाविष्ट हैं ! सभी विषयों पर सारगर्भित, सोम्य, सुघड़ व सुस्पष्ट जानकारी सुरुचिपूर्ण ढंगसे सुलभ करते हुए, समाज की चेतना, उर्जा, शक्तिओं व क्षमताओं का विकास करते हुए, राष्ट्र भक्ति व राष्ट्र शक्ति का निर्माण तभी होगा, जब भांड मीडिया का सार्थक विकल्प "युग दर्पण समूह" सशक्त होगा ! उपरोक्त को मानने वाला राष्ट्रभक्त ही इस मंच से जुड़ सकता है.: :

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: : : क्या आप मानते हैं कि अपराध का महिमामंडन करते अश्लील, नकारात्मक 40 पृष्ठ के रद्दी समाचार; जिन्हे शीर्षक देख रद्दी में डाला जाता है। हमारी सोच, पठनीयता, चरित्र, चिंतन सहित भविष्य को नकारात्मकता देते हैं। फिर उसे केवल इसलिए लिया जाये, कि 40 पृष्ठ की रद्दी से क्रय मूल्य निकल आयेगा ? कभी इसका विचार किया है कि यह सब इस देश या हमारा अपना भविष्य रद्दी करता है? इसका एक ही विकल्प -सार्थक, सटीक, सुघड़, सुस्पष्ट व सकारात्मक राष्ट्रवादी मीडिया, YDMS, आइयें, इस के लिये संकल्प लें: शर्मनिरपेक्ष मैकालेवादी बिकाऊ मीडिया द्वारा समाज को भटकने से रोकें; जागते रहो, जगाते रहो।।: : नकारात्मक मीडिया के सकारात्मक विकल्प का सार्थक संकल्प - (विविध विषयों के 28 ब्लाग, 5 चेनल व अन्य सूत्र) की एक वैश्विक पहचान है। आप चाहें तो आप भी बन सकते हैं, इसके समर्थक, योगदानकर्ता, प्रचारक,Be a member -Supporter, contributor, promotional Team, युगदर्पण मीडिया समूह संपादक - तिलक.धन्यवाद YDMS. 9911111611: :

रविवार, 25 जुलाई 2021

मन की बात कार्यक्रम भाग 79

 

मन की बात कार्यक्रम का 79वां भाग। 

🚩PL 1/52, मोदी.... मन की बात - युगदर्पण® प्रस्तुति-👉 (🌹1/52 प्ले-सूची- में स्थान)  

🔑DD-Live YDMS👑 दूरदर्पण 

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*युदस नदि 25 जुलाई 21:* 
टोक्यो ओलंपिक में गए खिलाड़ियों का उत्साह बढ़ाएं-
प्रमं नरेंद्र मोदी (PM Modi) आज प्रातः 11 बजे अपने रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' (Mann ki Baat) के माध्यम राष्ट्र को संबोधित किया। कार्यक्रम के मध्य प्रमं मोदी ने टोक्यो ओलंपिक (Tokyo Olympic) में गए भारतीय दल को चियर करने की अपील की है। प्रमं मोदी ने कहा कि टोक्यो गए देश के खिलाड़ियों का उत्साह बढ़ाना आवश्यक है। प्रमं मोदी ने कारगिल युद्ध से लेकर अमृत महोत्सव और स्वतंत्रता दिवस के बारे में चर्चा की। प्रमं मोदी ने अपने संबोधन के अंत में कहा कि त्योहारों के मध्य यह भूले नहीं कि कोरोना हमारे बीच से गया नहीं है। कोरोना सावधानियों का पालन करें।

प्रमं मोदी ने इस बीच कहा कि जो देश के लिए तिरंगा उठाता है, उसके सम्मान में, भावनाओं से भर जाना स्वाभाविक ही है. कल अर्थात 26 जुलाई को करगिल विजय दिवस भी है। करगिल का युद्ध, भारत की सेनाओं के शौर्य और संयम का ऐसा प्रतीक है जिसे पूरे विश्व ने देखा। इस बार ये गौरवशाली दिवस भी अमृत महोत्सव के बीच मनाया जाएगा। इसलिए ये और भी विशेष हो जाता है। मैं चाहूंगा कि आप करगिल के रोमांचित कर देने वाली गाथा अवश्य पढ़ें, करगिल के वीरों को हम सब नमन करें। प्रमं मोदी ने इस मध्य कहा कि राष्ट्रगान को लेकर 15 अगस्त को अनोखा प्रयास किया जाएगा।

*आप लोगों से मिला सुझाव ही 'मन की बात' की वास्तविक ऊर्जा*

प्रमं मोदी ने इस मध्य कहा कि आप लोगों से मिले सुझाव ही 'मन की बात' की वास्तविक ऊर्जा है। आपके सुझाव ही मन की बात के माध्यम से भारत कि विविधिता को प्रकट करते हैं, भारवासियों के सेवा और त्याग के सुगंध को चारों दिशाओं में फैलाते हैं। हमारे परिश्रमी युवाओं के अनुसंधान से सब को प्रेरित करते हैं। मन की बात में आप के कई प्रकार के विचार भेजते हैं। हम सभी पर तो नहीं चर्चा कर पाते हैं, किन्तु उनमें से बहुत विचारों को मैं संबंधित विभागों को अवश्य भेजता हूं जिससे उन पर आगे का काम किया जा सके।

*मणिपुर और लखीमपुर खीरी का प्रमं ने किया उल्लेख*

प्रमं मोदी ने मन की बात कार्यक्रम में मणिपुर में बढ़ रही सेब की खेती का भी उल्लेख किया। खेती में नए काम हो रहे हैं और लोगों की रचनात्मकता भी बढ़ रही है। उन्होंने लखीमपुर खीरी में महिलाओं को केले के तने से फाइबर बनाने का प्रशिक्षण देने का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि केले के आटे से केरल में गुलाबजामुन और डोसा बनाए जा रहे हैं। इनके चित्रों को सोशल मीडिया पर शेयर भी किया गया है। लखीमपुर खीरी की भांति यहां भी महिलाएं अनुसंधान में अग्रणी हैं। प्रमं मोदी ने कहा कि ऐसी नई चीजों को देखने जाइए और संभव हो तो इसका प्रयोग भी कीजिए।

*परोपकार करने वाला ही वास्तव में जीता है- प्रमं मोदी*

प्रमं मोदी ने कहा कि अपने लिए तो संसार में हर कोई जीता है। वास्तव में जो परोपकार के लिए जीता है वो ही यथार्थ में जीता है। प्रमं मोदी ने इस बीच चंडीगढ़ के संजय राणा का उल्लेख किया जो कोरोना वैक्सीन लगवाने वाले लोगों में छोले भटूरे वितरण कर रहे हैं। इन बातों से पता चलता है कि हम नौकरी के साथ- साथ परोपकार का भी काम कर सकते है।

बता दें कि मन की बात कार्यक्रम का यह कार्यक्रम का 79वां भाग था। इससे पूर्व 78वें भाग में प्रमं मोदी ने टोक्यो ओलंपिक में भारतीय खिलाड़ियों के लिए चियर करने की अपील की थी। उन्होंने कहा था कि हमारे देश में तो अधिकांश खिलाड़ी छोटे-छोटे शहरों, कस्बों, गांवों से निकल कर आते हैं। जब प्रतिभा, समर्पण, निश्चय, एवं खेल भावना (टैलेंट, डेडिकेशन, डेटर्मिनेशन और स्पोर्ट्समैन स्पिरिट) एकसाथ मिलते हैं तब जाकर कोई विजेता (चैम्पियन) बनता है।

प्रमं ने कहा था कि टोक्यो जा रहे हर खिलाड़ी का अपना संघर्ष रहा है। कई वर्ष का श्रम रहा है। वो केवल अपने लिए नहीं जा रहे बल्कि देश के लिए जा रहे हैं। हमें जाने-अनजाने में इन खिलाड़ियों पर दबाव नहीं बनाना, खुले मन से इनका साथ देना है। हर खिलाड़ी का उत्साह बढ़ाना है। 

इसपर भी क्लिक करें- 👉🌟क्रीड़ा व कला-दर्पण👈 Tokyo olympics 2020: रजत जीतने पर प्रमं ने किया फोन, चानू बोलीं- मेरे लिए सपने जैसा https://youtube.com/playlist?list=PL3G9LcooHZf0RjfmZfxPnviZL1zyCDsuO

प्रमं मोदी ने इस मध्य गत माह दिवंगत हुए महान धावक मिल्खा सिंह को भी स्मरण किया था और उन्हें श्रद्धांजलि दी थी। प्रमं मोदी ने बताया था कि जब वे (मिल्खा सिंह) अस्पताल में थे, मेरी बात हुई थी। वो खेल को लेकर इतने समर्पित और भावुक थे कि अस्वस्थ की स्थिति में भी उन्होंने तुरंत ही इसके लिए स्वीकृति भर दी किन्तु दुर्भाग्य से नियती को कुछ और ही स्वीकार था। 

यह राष्ट्र जो कभी विश्वगुरु था, आज भी इसमें वह गुण, योग्यता व क्षमता विद्यमान है | आओ मिलकर इसे बनायें; - तिलक

शनिवार, 24 जुलाई 2021

टोक्यो ओलम्पिक2020 में प्रथम रजत

 *ओलम्पिक2020 में प्रथम रजत#Yokyo2020* 

👉🌟🎯PL-158, क्रीड़ा 🏏व सृजन मंच कला-दर्पण👈 

DD-Live YDMS👑 दूरदर्पण 

*युदस नदि 24 जुलाई:* #Yokyo2020, India got its first Silver medal in Tokyo 2020. Cheers Meera Bai Chanu. Thanks. And continue. 

आज 👉🚩🙏मीरा बाई चानू, टोक्यो ओलम्पिक2020 में प्रथम रजत से आपने देश को सम्मानित किया। आपको बहुत बहुत बधाई और धन्यवाद। आप और अधिक सफलता प्राप्त कर, ख्याति अर्जित करें।   

#Tokyo 2020: मीराबाई चानू 21 वर्ष के अंतराल में दूसरी महिला, भारोत्तोलन में दूसरी बार ओलंपिक पदक 

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मीराबाई चानू ने ओलंपिक खेलों की भारोत्तोलन स्पर्धा में पदक की भारत को 21 वर्ष की प्रतीक्षा का अंत किया और 49 किग्रा स्पर्धा में रजत पदक जीतकर टोक्यो ओलंपिक में देश का खाता भी खोला। 

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चानू ने क्लीन एवं जर्क में 115 किग्रा और स्नैच में 87 किग्रा से कुल 202 किग्रा भार उठाकर रजत पदक अर्जित किया। इससे पूर्व सिडनी ओलंपिक 2000 में कर्णम मल्लेश्वरी ने देश को भारोत्तोलन में कांस्य पदक दिलाया था। 

🙏👈 -तिलक रेलन आज़ाद वरिष्ठ पत्रकार -युगदर्पण ®2001 मीडिया समूह YDMS👑 

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यह राष्ट्र जो कभी विश्वगुरु था, आज भी इसमें वह गुण, योग्यता व क्षमता विद्यमान है | आओ मिलकर इसे बनायें; - तिलक 

First Silver to India #Tokyo2020

*ओलम्पिक2020 में प्रथम रजत#Yokyo2020
👉🌟🎯PL-158, क्रीड़ा 🏏व सृजन मंच कला-दर्पण👈 
DD-Live YDMS👑 दूरदर्पण 
*युदस नदि 24 जुलाई:* #Yokyo2020, India got its first Silver medal in Tokyo 2020. Cheers Meera Bai Chanu. Thanks. And continue.  CHEER4INDIA
आज 👉🚩🙏मीरा बाई चानू, टोक्यो ओलम्पिक2020 में प्रथम रजत से आपने देश को सम्मानित किया। आपको बहुत बहुत बधाई और धन्यवाद। आप और अधिक सफलता प्राप्त कर, ख्याति अर्जित करें।🙏👈 -तिलक रेलन आज़ाद वरिष्ठ पत्रकार -युगदर्पण ®2001 मीडिया समूह YDMS👑 
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यह राष्ट्र जो कभी विश्वगुरु था, आज भी इसमें वह गुण, योग्यता व क्षमता विद्यमान है | आओ मिलकर इसे बनायें; - तिलक

गुरु पूर्णिमा की शुभकामनाएं!

गुरुर्ब्रह्मा गुरुर्विष्णुः गुरुर्देवो महेश्वरः। गुरुरेव परंब्रह्म तस्मै श्रीगुरवे नमः।। गुरु पूर्णिमा की शुभकामनाएं! 

जहां डाल-डाल पर सोने की चिड़िया करती हैं बसेरा, वो भारत देश है मेरा। जहां सत्य अहिंसा और धर्म का पग पग लगता डेरा, वो भारत देश है मेरा। जय भारती, जय भारती, जय भारती, जय भारती।। 

तिलक रेलन आज़ाद वरिष्ठ पत्रकार

-युगदर्पण®2001 गुरु पूर्णिमा की शुभकामनाएं!  समूह YDMS👑 

कभी विश्व गुरु रहे भारत की, धर्म संस्कृति की पताका; विश्व के कल्याण हेतू पुनः नभ में फहराये | - तिलक
यह राष्ट्र जो कभी विश्वगुरु था, आज भी इसमें वह गुण, योग्यता व क्षमता विद्यमान है | आओ मिलकर इसे बनायें; - तिलक 

सोमवार, 20 जनवरी 2020

YDMS👑प्रस्तुति... DD-Live YDMS दूरदर्पण, CD-Live YDMS चुनावदर्पण देश को समर्पित, दो यू-टयूब राष्ट्रीय चैनल.

👑आज अपने जन्म दिवस के अवसर पर, देश को समर्पित हैं, दो यू-टयूब राष्ट्रीय चैनल 
सकारात्मक सार्थक श्रेष्ठ चयनित समाचार का प्रतीक YDMS👑प्रस्तुति
DD-Live YDMS दूरदर्पण विविध राष्ट्रीय अन्तरराष्ट्रीय विषयों पर दो दर्जन प्ले-सूची  https://www.youtube.com/channel/UCHK9opMlYUfj0yTI6XovOFg एवं
देश की राजनीति पर युगदर्पण मीडिया समूह का नया यू-टयूब चैनल CD-Live YDMS चुनावदर्पण
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कभी विश्व गुरु रहे भारत की, धर्म संस्कृति की पताका; विश्व के कल्याण हेतू पुनः नभ में फहराये | - तिलक
यह राष्ट्र जो कभी विश्वगुरु था, आज भी इसमें वह गुण, योग्यता व क्षमता विद्यमान है | आओ मिलकर इसे बनायें; - तिलक

सोमवार, 5 दिसंबर 2016

मोदी ने ओबामा-ट्रंप को पछाड़ा, बने ''वर्ष के सर्वाधिक लोकप्रिय'': टाइम

मोदी ने ओबामा-ट्रंप को पछाड़ा, बने ''वर्ष के सर्वाधिक लोकप्रिय'': टाइम 
मोदी बने ‘टाइम पर्सन ऑफ दी ईयर’, ओबामा-ट्रंप को पछाड़ातिलक नदि। न्यूयॉर्क से प्राप्त समाचारों के अनुसार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘टाइम पर्सन ऑफ दी ईयर, 2016’ के लिए ''ऑनलाइन रीडर्स'' सर्वेक्षण जीत लिया है। इसमें उन्होंने अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, वर्तमान अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा और रूसी राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन को पीछे छोड़ दिया। सर्वेक्षण रविवार रात पूरा हुआ और 18 % मतों के साथ मोदी इसमें विजेता के रूप में उभरे। मोदी को मिले मत उनके निकटस्थ प्रतिद्वंद्वी ओबामा, ट्रंप और विकीलीक्स के संस्थापक जुलियन असांजे को मिले सात % मतों से उल्लेखनीय रूप से अधिक हैं। 
टाइम के अनुसार मोदी इस वर्ष के प्रख्यातजनों जैसे फेसबुक के संस्थापक मार्क जुकरबर्ग (दो %) और अमेरिकी राष्ट्रपति पद की प्रत्याशी हिलेरी क्लिंटन (चार %) से कहीं आगे रहे। वर्ष के प्रभावशाली के नाम पर अंतिम निर्णय टाइम के संपादक इस सप्ताह के अंत तक लेंगे जबकि सर्वे के परिणाम यह बताते हैं कि विश्व इन व्यक्तियों को किस प्रकार देखता है। ऑनलाइन सर्वे के अनुसार मोदी वर्ष 2016 के सबसे प्रभावशाली व्यक्तित्व के रूप में उभर कर आए हैं। टाइम ने कहा कि पाठक सर्वे एक महत्वपूर्ण झरोखा है जो बताता है कि वर्ष 2016 में छाए रहने वाले व्यक्ति उनके अनुसार कौन हैं। मोदी ने यह सर्वे दूसरी बार जीता है। इससे पूर्व वर्ष 2014 में उन्हें पचास लाख मतों में से 16 % से अधिक मत प्राप्त हुए थे। 
लगातार चौथे वर्ष वह ‘पर्सन ऑफ दी ईयर’ की दौड़ में शामिल हुए हैं। यह सम्मान हर वर्ष उस व्यक्ति को दिया जाता है जिसने ‘‘अच्छी या बुरे कारण से वर्ष भर हमारे विश्व को प्रभावित किया और समाचारों में छाया रहा।’’ गत वर्ष यह सम्मान जर्मन चांसलर एंजेला मार्केल को मिला था। टाइम ने सेप्टेंबर प्यू पोल के सन्दर्भ से कहा कि इन महीनों में मोदी को पसंद करने वाले भारतीयों की उच्च दर देखने को मिली है। 
यह राष्ट्र जो कभी विश्वगुरु था, आज भी इसमें वह गुण,
योग्यता व क्षमता विद्यमान है | आओ मिलकर इसे बनायें; - तिलक
http://vishvadarpan.blogspot.in/2016/12/blog-post.html 

संसद में विपक्ष के तीखे तेवर से गतिरोध जारी,

संसद में विपक्ष के तीखे तेवर से गतिरोध जारी, 
संसद में गतिरोध जारी, विपक्ष के तीखे तेवर बरकरारतिलक नदि। नोटबंदी के मुद्दे पर संसद में आज भी गतिरोध बना रहा जिसमें विपक्ष ने दोनों सदनों में इस निर्णय के कारण जनसामान्य विशेषकर अपना वेतन एवं पेंशन निकालने वाले व्यक्तियों को हो रही समस्या को उठाते हुए हंगामा किया तथा सरकार पर देश में ‘‘आर्थिक आपातकाल’’ लगाने का आरोप लगाया। जबकि सरकार ने इस निर्णय को राष्ट्रहित में उठाया गया पग बताते हुए विपक्ष पर इसे लेकर चर्चा से भागने का आरोप लगाया। 
लोकसभा में विपक्ष इस मुद्दे पर मतदान वाले प्रावधान के तहत चर्चा को लेकर अड़ा रहा, जिससे सदन की बैठक दो बार के स्थगन के बाद दोपहर दो बजकर पांच मिनट पर दिनभर के लिए स्थगित कर दी गई। राज्यसभा में भी विपक्ष के हंगामे के कारण बैठक दो बार के स्थगन के बाद, दोपहर दो बजकर करीब 25 मिनट पर पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी गई। कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, सपा सहित विभिन्न विपक्षी दलों के सदस्य आज दोनों सदनों में आसन के समक्ष आकर सरकार के इस निर्णय के विरुद्ध नारेबाजी करते रहे। लोकसभा में नोटबंदी के मुद्दे पर मतविभाजन के प्रावधान के साथ चर्चा शुरू कराने की विपक्ष की मांग के बीच गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने सदन में कहा, इस बात के लिए पूरे विपक्ष का आभार है कि नोटबंदी के निर्णय को लेकर सरकार की नीयत पर किसी ने भी संदेह प्रकट नहीं किया है।’’ उन्होंने कहा कि इस निर्णय के क्रियान्वयन को लेकर कुछ आपत्तियां हैं और विपक्ष के अनुसार इसका क्रियान्वयन सही नहीं है। उन्होंने कहा, हम जानना चाहते हैं कि क्रियान्वयन को लेकर कहां कहां कठिनाइयां रहीं। विपक्ष जिन कठिनाइयों से संसद को अवगत कराएगा। उनका निराकरण करने का हम प्रयास करेंगे।’’ उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशहित में, राष्ट्र की अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ता प्रदान करने के लिए और कालेधन, आतंकवाद, माओवाद तथा उग्रवाद एवं जाली मुद्रा को रोकने के लिए यह निर्णय लिया है। 
राजनाथ ने कहा कि इसलिए मैं विपक्ष से विनम्रतापूर्वक अनुरोध करता हूं कि नियम का निर्णय अध्यक्ष पर छोड़ा जाए और वह जिस भी नियम के तहत चर्चा शुरू कराएं, उस पर तत्काल चर्चा शुरू की जाए।’’ कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि सरकार के वक्तव्य से यह गलत संदेश नहीं जाना चाहिए कि हम चर्चा नहीं चाहते। हम मतविभाजन के नियम के तहत बहस शुरू करने को तैयार हैं। उन्होंने कहा कि नोटबंदी के निर्णय के बाद कितना क्षति हुई और कितना लाभ हुआ, इस बारे में चर्चा के बाद मतविभाजन कराया जाना चाहिए। खड़गे ने मतविभाजन पर सरकार के तैयार नहीं होने पर निशाना साधते हुए कहा, इससे पहाड़ नहीं गिर जाएगा। वे मतविभाजन से क्यों भाग रहे हैं।’’ 
तृणमूल कांग्रेस के सुदीप बंदोपाध्याय ने कहा कि सत्तापक्ष इतने अधिक बहुमत में हैं कि तत्काल नियम 184 के तहत बहस शुरू कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि यदि आसन नियम 184 के तहत चर्चा शुरू कराने की कांग्रेस नेता खड़गे की मांग स्वीकार करता है तो वह अपना कार्यस्थगन का नोटिस वापस लेने को तैयार हैं। राजद के जयप्रकाश नारायण यादव और पी करूणाकरण ने भी यही मांग की। तेलंगाना राष्ट्र समिति के एपी जितेंद्र रेड्डी ने कहा कि सभी 17 विपक्षी दल सरकार के नोटबंदी के निर्णय के समर्थन में हैं किन्तु वे क्रियान्वयन की समस्याओं को उठा रहे हैं। 
समाजवादी पार्टी के मुलायम सिंह यादव ने आरोप लगाया कि इस निर्णय से पहले किसी दल को विश्वास में नहीं लिया गया और देश के एक दो उद्योगपतियों की राय पर यह निर्णय लिया गया। उन्होंने कहा कि हम सभी जनता का दुख दर्द कहना चाहते हैं। यह गंभीर विषय है। चर्चा के बाद मतविभाजन की कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस एवं अन्य विपक्षी सदस्यों की मांग पर अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने कहा कि वोट का प्रश्न जब आएगा तब देखेंगे। अभी चर्चा शुरू करें। आसन की ओर से आज चर्चा कराने के कई प्रयास किए गए, किन्तु विपक्षी सदस्यों के अपने रूख पर अड़े रहने के कारण इसमें सफलता नहीं मिली। 
उधर राज्यसभा में विपक्षी सदस्यों ने नोटबंदी के चलते लोगों को वेतन तथा पेंशन मिलने में हो रही कठिनाइयों को उठाते हुए हंगामा किया। जबकि सत्ता पक्ष की ओर से कहा गया कि विपक्ष इस मुद्दे पर चर्चा से बचने के लिए बहाने खोज रहा है। विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि जब संसद के अंदर लगे एटीएम तक काम नहीं कर रहे हैं, तो देश के अन्य भागों की क्या स्थिति होगी। इसके बाद कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस और सपा के सदस्य आसन के समक्ष आकर नारेबाजी करने लगे। बसपा, माकपा आदि दलों के सदस्य अपने स्थानों पर खड़े थे। उधर भाजपा के कई सदस्य भी अपने स्थानों से आगे आकर नारेबाजी करने लगे। इस पर उपसभापति पीजे कुरियन ने हंगामा कर रहे सदस्यों से कहा कि नारेबाजी इस समस्या का कोई हल नहीं है और वे चर्चा में भाग लें, क्योंकि चर्चा ही इसका समाधान है। उन्होंने कहा कि चर्चा के बाद सरकार उनका उत्तर देगी। 
विपक्षी सदस्यों का हंगामा जारी रहने पर सूचना प्रसारण मंत्री एम वेंकैया नायडू ने नोटबंदी मुद्दे पर आगे चर्चा कराने को कहा। हंगामे के बीच ही सपा के नरेश अग्रवाल ने कहा कि सरकार ने पूरे देश को विकलांग बना दिया है। 
कुरियन ने भोजनावकाश के बाद हंगामा कर रहे सदस्यों से शांत होने और नि:शक्त व्यक्ति अधिकार विधेयक, 2014 पर विचार करने को कहा। उन्होंने कहा कि यह कोई विवादित विधेयक नहीं है और सदस्यों को इसे पारित कर देना चाहिए। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री थावरचंद गहलोत ने इस विधेयक को बिना चर्चा के पारित करने का प्रस्ताव रखा। किन्तु विपक्षी सदस्यों ने इस पर आपत्ति जतायी और कहा कि सदन में हंगामे में कोई विधेयक पारित कराने की परंपरा नहीं रही है। कांग्रेस के आनंद शर्मा ने कहा कि सदस्य उत्तेजित हैं क्योंकि गत सप्ताहांत से स्थिति और खराब हो गयी है। उन्होंने कहा कि हजारों लोगों के रोजगार चले गए हैं। उन्होंने कहा कि सरकार ने बिना तैयारी के निर्णय किया और लोगों के मुद्दे उठाना उनका दायित्व है। विधेयक का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि वह विधेयक के विरुद्ध नहीं हैं किन्तु इसे हंगामे में पारित नहीं कराया जाना चाहिए। 
भाजपा के भूपेंद्र यादव ने कांग्रेस कार्यकाल में हुए विभिन्न घोटालों का उल्लेख किया और नोटबंदी मुद्दे पर सदन में अधूरी चर्चा को आगे बढ़ाए जाने की मांग की। उन्होंने विपक्ष पर चर्चा से भागने का आरोप लगाया। संसदीय कार्य राज्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने भी चर्चा शुरू कराने पर बल दिया। माकपा के तपन कुमार सेन ने भी कहा कि वेतन काम करने के बदले प्रतिफल है और वेतन एवं पेंशन कामगारों का अधिकार है। हंगामे के मध्य ही कांग्रेस के राजीव शुक्ला और प्रमोद तिवारी तथा तृणमूल कांग्रेस के सुखेंदु शेखर राय ने भी यह मुद्दा उठाया। संसद के शीतकालीन सत्र के आरम्भ से ही नोटबंदी के मुद्दे को लेकर कामकाज प्रभावित रहा है। राज्यसभा में सत्र के पहले दिन 16 नवंबर को इस विषय पर चर्चा शुरू हुई थी किन्तु बाद में चर्चा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उपस्थिति की मांग को लेकर विपक्ष के हंगामे के कारण चर्चा आगे नहीं बढ़ सकी। 
यह राष्ट्र जो कभी विश्वगुरु था, आज भी इसमें वह गुण, योग्यता व क्षमता विद्यमान है | आओ मिलकर इसे बनायें; - तिलक