गुरुवार, 9 जून 2011
गुरुवार, 28 अप्रैल 2011
तकनिकी श्रेष्ठता प्रोत्साहन (रु 1 लाख )
Kabhi hamara gyan vigyan utkrushth raha hai, jisne hamein Vishva Guru banaya tha. Fir usey grahan lagne se andhkar ho gaya, ab svatantrata ke bad hamare yuvaa apni pratibha se gyan vigyan ke shikhar ko chhune ki pratibha v kshamta rakte hain yah dikha rahe hain.
Takniki shreshthta ko puraskrut (Rs 1 lakh) kar protsahan v usey vyavsayik roop dene mein sahyog dvara svavlamban pradan karne ki FICCI ki niti mein Takniki vikas ke jin avishkaron ko isbar puraskrut kiya gaya aise 30 yuva avishkaron mein Chikitsa upkaran, krushi, Raksha, Banking, urjaa bhi hai.
Takniki panjiyan sankhya, sahit unke naam diye ja rahe hain kai apne Gyan ko apke samaksh yahan dene ko sahmat ho gaye hain shesh bhi bad mein jud jayenge. Aise anubhavon ki shrunkhala arambh ho rahi hai.
2163-Dr.Shyam Vasudeva Rao, 3netra;. 1746-sh Santosh Ostwal, Nano Ganesh; 1730-Dr. Padma S Vankar, 2223-Prachi Raj, 1759-Jay Krishnan, 1958-Nelvin Joseph, 1980-Abhishek Sinha, 1760-Balbir Onkar Singh, 1567-Dr. Manu Chaudhary, 2012-Mrinmayee Bhushan, 1769-Sundar Raman, 1405-Aninda Sircar, 1532-Gurudatt Shenoy, 1701-Praveen S. jambholkar, 1564-Ladkat Rajendra Vithal, 2097-Vishal Shah, 2218-Ajith Kumar P T, 2037-Altaf A Tinwala, 1495-S Uma Mahesh, 1649-Pushpendra Awadhiya, 2189-Arijit Dutta, 2053-Hitesh Mehta, 1447-Aniruddha R Gupte, 1456-Dr. Rajshri Banerjee, 1637-Dr. Shamrez Ali M, 1865-Ashish Anand, 1658-Sharath Chandar, 1663- Vaibhav Tidke, 1509-Mayank Pareek, 1974-Sarabjeet Singh Johar.
कभी हमारा ज्ञान विज्ञानं उत्कृष्ट रहा है, जिसने हमें विश्व गुरु बनाया था. फिर उसे ग्रहण लगने से अंधकार हो गया, अब स्वतंत्रता के बाद हमारे युवा अपनी प्रतिभा से ज्ञान विज्ञानं के शिखर को छूने की प्रतिभा व क्षमता रखते हैं यह दिखा रहे हैं.
तकनिकी श्रेष्ठता को पुरस्कृत (रु 1 लाख ) कर प्रोत्साहन व उसे व्यावसायिक रूप देने में सहयोग द्वारा स्वावलंबन प्रदान करने की फिक्की की निति में तकनिकी विकास के जिन अविष्कारों को इसबार पुरस्कृत किया गया ऐसे 30 युवा अविष्कारों में चिकित्सा उपकरण, कृषि, रक्षा, बैंकिंग, ऊर्जा भी है.तकनिकी पंजीयन संख्या, सहित उनके नाम दिए जा रहे हैं कई अपने ज्ञान को आपके समक्ष यहाँ देने को सहमत हो गए हैं शेष भी बाद में जुड़ जायेंगे. ऐसे अनुभवों की शृंखला आरंभ हो रही है.
2163-डॉ.श्याम वासुदेव राव, 3 नेत्र;. 1746-श्री संतोष ओसवाल, नेनो गणेश; 1730-डॉ. पद्मा स वानकर, 2223-प्राची राज, 1759-जय कृष्णन, 1958-नेल्विन जोसेफ, 1980-अभिषेक सिन्हा, 1760-बलबीर ओंकार सिंह, 1567-डॉ. मनु चौधरी, 2012-मृण्मयी भूषण, 1769-सुन्दर रमण, 1405-अनिन्दा सिरकार, 1532-गुरुदत्त शेनॉय, 1701-प्रवीण स. जम्भोलकर, 1564-लड्कत राजेंद्र विठल, 2097-विशाल शाह, 2218-अजित कुमार प टी, 2037-अल्ताफ अ तिन्वाला, 1495-स उमा महेश, 1649-पुष्पेन्द्र अवधिया, 2189-अरिजीत दुत्ता, 2053-हितेश मेहता, 1447-अनिरुद्ध र गुप्ते, 1456-डॉ. राजश्री बनर्जी, 1637-डॉ. शम्रेज़ अली म, 1865-आशीष आनंद, 1658-शरथ चंदर, 1663- वैभव तिडके, 1509-मयंक पारीक, 1974-सरबजीत सिंह जोहर.
रविवार, 24 अप्रैल 2011
योजना आयोग भारत का- योजना विदेशी कंपनी की ?
योजना आयोग भारत का- योजना विदेशी कंपनी की ?
अंतिम बार अद्यतन किया गया था: 22 अप्रैल, 2011 17:37 IST
इस सरकार को क्या अधिकार है कि वो अपने राष्ट्रीय हितों कि बलि देकर, विदेशी कंपनी की योजना व उनके हितों की पूर्ति के लिए योजना आयोग का उपयोग करे?
यह सरकार जैतपुर परमाणु ऊर्जा संयंत्र पर केवल इसलिए अड़ी है क्योंकि अमेरिका के राष्ट्रपति, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री और फ़्रांस के राष्ट्रपति जब वे भारत की यात्रा पर थे इन्हें कुछ चीजें का वादा किया गया था ! अब तक इन बातों को नहीं किया गया है!जिसके लिए संसद/लोगों की पूर्व सहमति की आवश्यकता है इसके बारे में अप कैसे वादा कर सकते हैं?
यह सरकार जैतपुर परमाणु ऊर्जा संयंत्र पर केवल इसलिए अड़ी है क्योंकि अमेरिका के राष्ट्रपति, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री और फ़्रांस के राष्ट्रपति जब वे भारत की यात्रा पर थे इन्हें कुछ चीजें का वादा किया गया था ! अब तक इन बातों को नहीं किया गया है!जिसके लिए संसद/लोगों की पूर्व सहमति की आवश्यकता है इसके बारे में अप कैसे वादा कर सकते हैं?
योजना आयोग को देखो, वहाँ कि परिवादात्मक बातों पर और इसके बारे में कोई बातचीत नहीं हो रही हैं कि वैज्ञानिक समुदाय के नेतृत्व की कमी सहित कई स्तरों चित्र: महाराष्ट्र के रत्नागिरी जिले में जैतपुर परमाणु संयंत्र के प्रस्तावित स्थल पर लापरवाही के कारण से भारत में इतने सारे किसान आत्महत्या कर रहे हैं!
ट्यूनीशिया में एक सब्जी विक्रेता आत्महत्या कर ली और पूरे अरब विश्व में अशांति थी और हमें देखो! हम अपने स्वार्थों में मस्त हैं?
मंगलवार, 12 अप्रैल 2011
श्री राम नवमी की कोटि कोटि हिदू समाज सहित आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएं.....
श्री राम नवमी की कोटि कोटि हिदू समाज सहित आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएं.....
तिलक राज रेलन, संपादक युग दर्पण , 09911111611यह राष्ट्र जो कभी विश्वगुरु था,आजभी इसमें वह गुण,योग्यता व क्षमता विद्यमान है! आओ मिलकर इसे बनायें- तिलक
शनिवार, 9 अप्रैल 2011
"हम सफल हुए"- अन्ना का व्रत और जन शक्ति से हारी सरकार
"हम सफल हुए"- अन्ना का व्रत और जन शक्ति से हारी सरकार
अंत में, लोकपाल विधेयक पर प्रस्तावित विधेयक के प्रारूप के विरोध व अन्नाहजारे सहित देश भर में हजारों लोगों के लगभग 4 दिनों के व्रत के बाद बनी सहमती की जीत से उत्साहित पूरा देश एक साथ उत्सव मना रहा है! अभी एक सप्ताह भी नहीं हुआ जब यह सब असंभव सा लग रहा था. नई दिल्ली के जंतर मंतर में, जहां अन्ना के समर्थक, विरोध प्रदर्शन हेतु एकत्र हुए हैं. समारोह स्थल बन गया है!
हजारे ने कहा.", सरकार ने हमारी सभी मांगों को स्वीकार कर लिया है और मैं कल प्रात:10:30 बजे मेरा व्रत तोड़ दूंगा यह इस पूरे राष्ट्र के लिए एक जीत है."
हुर्रे है ! जिस घोषणा के लिए पूरा भारत प्रतीक्षा कर रहा था ......." पूरा हो गया है "जनलोकपाल विधेयक," सरकार द्वारा अनुमोदित किया गया; अन्ना हजारे और उनके सहयोगियों को बधाई ....... और धन्यवाद ... ... भ्रष्टाचार के विरुद्ध संघर्ष हेतु सभी भारतीयों को एक साथ लाने और प्रेरित करने के लिए ....... :)
यह जीत विश्व कप से भी बड़ी है क्योंकि यह हमारे और हमारे भविष्य हेतु है; तो ......चलो इस जीत को, जो जश्न हर विश्व कप जीतने के बाद किया था उससे भी अधिक गर्व से और तीव्रता से मनाए ...... ... ... :)
बताया गया है कि विधेयक हेतु 10 सदस्यों की समिति में 5 सरकारी व अन्य 5 में अन्ना हजारे, शांति भूषण, प्रशांत भूषण, संतोष हेगड़े तथा अरविन्द केजरीवाल होंगे ! दोनों ओर का एक एक अध्यक्ष होगा ! संतोष जनक यह है कि इनमें स्वामी अग्निवेश का कोई स्थान नहीं है ! आज अन्ना हजारे की संगत में रह कर स्वामी अग्निवेश ने भी "भारत माता की जय" और "वन्दे मातरम" का नारा लगाया !
भारत के भ्रष्टाचार विरोधी अन्ना हजारे की भूख हड़ताल समाप्त
भारतीय भ्रष्टाचार विरोधी कार्यकर्ता अन्ना हजारे की जंतर मंतर पर 96 घंटे की भूख हड़ताल, अपनी सभी मांगों के लिए मंत्रियों की सहमति व्यक्त होने के बाद, निम्बू -जल पीकर समाप्त हो गयी है!
72 वर्षीय प्रचारक कठिन भ्रष्टाचार निरोधक कानून के लिए जोर दे रहा है, और भारी जन समर्थन प्राप्त किया है. हजारे के समर्थन में हजारों जुटे !
उनकी मांग कि नए कानून का प्रारूप बनाने की समिति के गठन में नेताओं के साथ सामाजिक कार्यकर्ताओं का सामान संख्या में होना तथा अध्यक्ष भी सरकारी के साथ एक गैर सरकारी होना, सरकार ने स्वीकार किया! सोनिया गाँधी सहित वरिष्ठ कांग्रेस जनों के आग्रह के बाद भी अपनी मांग पर स्थिर अन्ना सरकार को झुकाने में सफल हुए!
विगत महीनों में देश को भ्रष्टाचार घोटालों की कतार ने हिलाकर रख दिया हैContinue reading the main story
“Start Quote
भारत में अहिंसक आन्दोलन का प्रतीक उपवास से बड़ा कोई नहीं
"
एक पूर्व दूरसंचार मंत्री टेलीकॉम लाइसेंसों की धोखाधड़ी की बिक्री से करोड़ों डॉलर के वसूलने का आरोप होने के बाद से परीक्षण के घेरे में है.और देशवासी दंग रह गए जब आरोपों में उभरा है कि युद्ध विधवाओं के लिए मुंबई में मकान वास्तव में सरकारी कर्मियों को दिए गए थे.
गत माह देश के भ्रष्टाचार विरोधी निगरानी के सिरमोर को स्वयं भ्रष्टाचार के आरोप होने के आधार पर सुप्रीम कोर्ट ने त्यागपत्र देने को बाध्य किया था. संवाददाताओं का कहना घोटालों की हाल ही में बाढ़ से मोहभंग हुए देश भर में लोगों को श्री हजारे ने लामबंद किया है - वह एक अत्यधिक स्वच्छ छवि के एक सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में प्रतिष्ठित है.
हजारे के समर्थन में देश भर में हजारों जुटेपत्रकारिता व्यवसाय नहीं एक मिशन है-युगदर्पण
यह राष्ट्र जो कभी विश्वगुरु था,आजभी इसमें वह गुण,योग्यता व क्षमता विद्यमान है! आओ मिलकर इसे बनायें- तिलक
रविवार, 3 अप्रैल 2011
नव संवत 2068 की शुभकामनाएं।
उमंग उत्साह चाहे हो जितना दिखाया;
विक्रमी संवत बढ़ चढ़ के मनाएं,
चैत्र के नवरात्रे जब जब आयें।
घर घर सजाएँ उमंग के दीपक जलाएं;
खुशियों से ब्रहमांड तक को महकाएं।
यह केवल एक कैलेंडर नहीं, प्रकृति से सम्बन्ध है;
इसी दिन हुआ सृष्टि का आरंभ है।
तदनुसार 4 अप्रैल 2011, इस धरा की 1955885112वीं वर्षगांठ तथा इसी दिन सृष्टि का शुभारंभ हुआ.आज के दिन का महात्य -
1.भगवन राम का राज्याभिषेक. 2.युधिस्ठिर संबत की शुरूवात.3 .बिक्रमादित्य का दिग्विजय. 4.बासंतिक नवरात्र की शुरूवात.5 .शिवाजी महाराज की राज्याभिषेक.6 .राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ के संस्थापक डॉ केशव बलिराम हेडगेवर जी का जन्मदिन.
ईश्वर हम सबको ऐसी इच्छा शक्ति प्रदान करे जिससे हम अखंड माँ भारती को जगदम्बा का स्वरुप प्रदान करे, धरती मां पर छाये वैश्विक ताप रुपी दानव को परास्त करे... और सनातन धर्म का कल्याण हो..
युगदर्पण परिवार की ओर से अखिल विश्व में फैले हिन्दू समाज सहित,चरअचर सभी के लिए गुडी पडवा, उगादी,
नव संवत 2068 की शुभकामनाएं।
जय भबानी ,जय श्री राम,भारत माता की जय.
तिलक संपादक युगदर्पण. .
(निस्संकोच ब्लॉग पर टिप्पणी/अनुसरण/निशुल्क सदस्यता व yugdarpanh पर इमेल/चैट करें। संपर्कसूत्र-09911111611,9911145678,9540007993. www.deshkimitti.feedcluster.com/ http://www.deshkimitti.blogspot.com/
"अंधेरों के जंगल में,दिया मैंने जलाया है! इक दिया,तुम भी जलादो;अँधेरे मिट ही जायेंगे !!"- तिलकयह राष्ट्र जो कभी विश्वगुरु था,आजभी इसमें वह गुण,योग्यता व क्षमता विद्यमान है! आओ मिलकर इसे बनायें- तिलकबुधवार, 30 मार्च 2011
भारत की पाकिस्तान से भिडंत
जीत पर देशभर में हुई आतिशबाजी
मोहाली/नई दिल्ली/भोपाल/जयपुर। भारत की पाकिस्तान के विरुद्ध विश्वकप के दूसरे सेमीफाइनल में भव्य जीत पर देशभर के क्रिकेटप्रेमी मस्ती से झूम उठे। जीत का शंखनाद होते ही पूरे देश में आतिशबाजी से आसमान जगमगा उठा। भारत ने पाकिस्तान के विरुद्ध 29 रन की जीत में जैसे ही अंतिम विकेट चटकाया मोहाली और दिल्ली सहित देश के सभी भागों में उत्सव सा शुरू हो गया। लोगों ने एकदूसरे को बधाईयां दे डाली और आतिशबाजी की गूंज से आकाश गुंजायमान हो उठा।
मोहाली/नई दिल्ली/भोपाल/जयपुर। भारत की पाकिस्तान के विरुद्ध विश्वकप के दूसरे सेमीफाइनल में भव्य जीत पर देशभर के क्रिकेटप्रेमी मस्ती से झूम उठे। जीत का शंखनाद होते ही पूरे देश में आतिशबाजी से आसमान जगमगा उठा। भारत ने पाकिस्तान के विरुद्ध 29 रन की जीत में जैसे ही अंतिम विकेट चटकाया मोहाली और दिल्ली सहित देश के सभी भागों में उत्सव सा शुरू हो गया। लोगों ने एकदूसरे को बधाईयां दे डाली और आतिशबाजी की गूंज से आकाश गुंजायमान हो उठा।
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी मोहाली के पीसीए स्टेडियम में साथ-साथ बैठे यह मैच देख रहे थे। जैसे ही भारत की जीत सुनिश्चित हुई मनमोहन धीरे-धीरे तालियां बजाने लगे जबकि गिलानी निराश हो गए। उनके समक्ष भारत के सपूतों ने जो धुलाई की देशवासी प्रसन्नता से झूम उठे।
क्रिकेट के मैदान में ऎसी शानदार जीत और वह भी विश्वकप में बार-बार नहीं मिलती। मैच रोमांचक हो चला था किन्तु जैसे ही पाकिस्तान के कप्तान शाहिद आफरीदी आउट हुए भारत के विभिन्न भागों में जश्न का दौर शुरू हो गया।राजधानी दिल्ली, मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल, राजस्थान की राजधानी जयपुर और देश के अन्य भागों में युवा वर्ग भारत के मैच जीतने के साथ ही सड़कों पर बाहर निकल आया और जीत का उत्सव मनाया।
वैसे तो यह खेल मैं पसंद नहीं करता, किन्तु भारत की पाकिस्तान से भिडंत और ऐसी विजय की बात हो तो बल्ले बल्ले, बहुत बहुत बधाई!
बस एक कष्ट है, सुना है भारत में बन रहे विजय के इस जनून की परिणति को देखते हुए, इसका लाभ उठाने हेतु दाऊद ने सट्टा लगा कर लक्ष्मी विजय की योजना बनाई है, जिससे आतंकियों को साधन मिल सकें!
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